गुवाहाटी/नई दिल्ली। गुजरात कांग्रेस नेता और वडगाम विधायक जिग्नेश मेवाणी को असम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें पुलिस ने पालनपुर सर्किट हाउस से देर रात गिरफ्तार किया। मेवाणी को असम ले जाया जा रहा है।

उन्हें एक ट्वीट के लिए हिरासत में लिया गया है। जिग्नेश मेवाणी के समर्थकों का आरोप है कि असम पुलिस की ओर से उनको एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई जो कथित रूप से उनके खिलाफ दर्ज है।
खबर है कि वडगाम विधायक व दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को पीएम मोदी के खिलाफ किए गए उनके ट्वीट को लेकर गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने कथित तौर पर कुछ ट्वीट्स किए थे और “गोडसे” का नाम लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुजरात में सांप्रदायिक झड़पों के खिलाफ शांति और सद्भाव की अपील करने को कहा था।
बता दें कि जिग्नेश मेवाणी गुजरात कांग्रेस के दलित चेहरा हैं और उनकी गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब इसी साल के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं।
इस बीच खबर है कि कांग्रेस नेताओं के समर्थक आज 21 अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी में ‘संविधान बचाओ, देश बचाओ’ के नारों के साथ उनकी गिरफ्तारी का विरोध करेंगे।
पिछले साल सितंबर में कांग्रेस में शामिल हुए थे मेवाणी
मेवाणी पिछले साल सितंबर में कुमार के साथ कांग्रेस में शामिल हुए थे। बतौर एक दलित नेता मेवाणी पहली बार हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर के साथ 2017 के विधानसभा चुनावों के दौरान गुजरात में भाजपा के प्रभुत्व को चुनौती देने वाले युवा चेहरे के रूप में उभरे थे।