रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भाजपा के एकात्म परिसर में हसदेव अरण्य के मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि हसदेव अरण्य मामले में पूरे देश में रोष है। विश्व स्तर पर इसका विरोध हो रहा है। राहुल गाँधी ने भी कहा था की वे अपने सरकार के फैसले से सहमत नहीं है। वही दूसरी तरफ भूपेश पेड़ों की कटाई का समर्थन कर रहे हैं।

कहाँ गया छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़िया प्रेम

बृजमोहन ने भूपेश बघेल से सवाल करते हुए कहा कि भूपेश बघेल स्वयं को छत्तीसग्रहियों का सबसे बड़ा हितैषी बताते हैं तो अब कहाँ गया छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़िया प्रेम। छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों के बारे में बात करने वाले आज हसदेव मामले पर चुप क्यों है। हसदेव में खादानो के कारण 4 लाख पेड कटेंगे। छत्तीसगढ़ में 55 लाख मीट्रिक टन कोयला है।

तय करना होगा कोयला ज़्यादा ज़रूरी है या ऑक्सीजन

पूर्व मंत्री अग्रवाल ने कहा कि भूपेश बघेल पर तंज कस्ते हुए कहा कि अपने बड़े भाइयों को उपकृत करने लिए छोटा भाई आदिवासियों के हितों को बली पर चढ़ा रहा है। सरकार को यह तय करना होगा कि ऑक्सीजन ज्यादा जरूरी है या कोयला। पेंड कटेंगे तो तापमान और भी बढ़ जाएंगे।कोरोना काल में हमने देखा है आक्सीजन कितना महत्वपूर्ण है। हसदेव सरई और साल का जंगल है अगर इसे नष्ट किया तो पुनः जीवित नहीं किया जा सकता। भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के हितों को बलि चढ़ाने का काम कर रहे हैं।

टीएस अपना मंत्री पद त्याग कर मैदान में आये बीजेपी देगी उनका साथ

छत्तीसगढ़ के ग्रामीण विकास एवं स्वस्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के हसदेव अरण्य में संघर्ष रह ग्रामीणों के मुलाकात और आदिवासियों को समर्थन देने की बात पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बाबा और बघेल आपस में ये नाटक कर रहें हैं। ये दोनों ही छत्तीसगढ़ की जनता को गुमराह कर रहे हैं। टीएस सिंघ्देव को यदि आदिवासियों और ग्रामीणों कि सच में चिंता है तो वे अपने पद से इस्तीफा देकर मैदान में आकर लड़े। भाजपा भी उनको समर्थन देगी।

भाजपा ने दिया था 5 लाख सोलर पंप

बृजमोहन ने कोयले कि निर्भरता पर बात करते हुआ कहा कि कोयला और बिजली की दोनों की आवश्यकता है। आने वाले समय में कोयला से बिजली बनाने का काम समाप्त हो जायेगा। सोलर एनर्जी और अन्य ऊर्जा स्रोतों पर पर शोध चल रही है। भाजपा ने अपने शासन काल में 5 लाख से ज़्यादा सोलर पम्प बाटे थे। हसदेव का बांगों डैम अपने आप में ऊर्जा का स्रोत है। बांगो डैम से 12000 मेगावाट बिजली उत्पन्न हो सकती है।

उन्होंने आगे कहा कि इस संघर्ष में भाजपा आदिवासियों के साथ है। हम आदिवासियों के कंधे से कन्धा मिलाकर साथ में उनके हक के लिए लड़ेंगे।

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