रायपुर : छत्तीसगढ़ फार्मेसी कॉलेज एसोसिएशन एवं छत्तीसगढ़ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के संयुक्त तत्वधान में आज सम्मान समारोह का गरिमामय आयोजन साइंस कॉलेज परिसर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया।

इस कार्यक्रम में फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया के युवा एवं ऊर्जावान अध्यक्ष डॉ मोनू एम् पटेल, ए आई ओ सी डी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे एस शिंदे, डॉ दीपेंद्र सिंह चेयरमैन इ आर सी फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया, ए आई ओ सी डी के महासचिव राजीव सिंघल, ए आई ओ सी डी के ओर्गनइजिंग सेक्रेटरी, संदीप नाँगिआ, फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया की पी पी एंड पी आर सी के चेयरमैन संदीप बजाज, फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया के सदस्य सुशिल दत्त सूडान ए आई ओ सी डी वेस्टर्न जोन के जॉइंट सेक्रेटरी वियजनाथ जगुस्ते, ए आई ओ सी डी सेंट्रल जोन के वाईस प्रेजिडेंट अरविन्द गुप्ता तथा छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी कौंसिल के प्रथम अध्यक्ष भरत बजाज का स्वागत शाल श्रीफल देकर सम्मान किया गया।

इस समारोह का परंपरागत शुभारम्भ माता सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। तत्पश्चात छत्तीसगढ़ फार्मेसी कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष तोषण चंद्राकर ने अपने स्वागत भाषण दिया तदोपरांत छत्तीसगढ़ फार्मेसी कॉलेज एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष हरजीत सिंह हुरा ने अपने सम्बोधन में बताया कि छत्तीसगढ़ के समस्त कॉलेज फार्मेसी प्रोफेशन के उत्थान हेतु कांफ्रेंस, सेमिनार एवं फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन करते हैं, उन्होंने फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष से फार्मेसी पाठ्यक्रम में आवश्यक बदलाव करने कि अपील कि जिससे छात्रों को बेहतर रोजगार मिल सके।

फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया के इ आर सी चेयरमैन डॉ दीपेंद्र सिंह ने कहा कि फार्मेसी पाठ्यक्रम में बदलाव विचाराधीन हैं एवं उसमे बड़े बदलाव की सम्भावना व्यक्त की इसके अलावा उन्होंने छत्तीसगढ़ की सभी फार्मेसी घटकों के एक ही मंच पर एकत्रित हो कर कार्यक्रम को सफल बनाए जाने पर हर्ष व्यक्त किया।

छत्तीसगढ़ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महासचिव अविनाश अग्रवाल ने छात्रों को फार्मेसी क्षेत्र में जुड़ने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोवीड महामारी के दौरान फार्मासिस्टों ने मानवता कि जो सेवा की उससे प्रेरणा लेने की आवश्यकता पड़ती है।


ए आई ओ सी डी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे एस शिंदे ने कहा कि फार्मा प्रोफेशन विगत २५ वर्षों में अत्यधिक विकसित हुआ हुआ है एवं आज देश भर में जितने फार्मासिस्ट तैयार हो रहे हैं उससे एवं उससे फार्मेसी फील्ड के विभिन्न क्षेत्रों में जितने भी अवसर विकसित हो रहे हैं उनके लिए पर्याप्त संख्या में फार्मासिस्ट तैयार किये जा रहे हैं उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को पेटेंट एवं रिसर्च की और अग्रसर होना चाहिए। ए आई ओ सी डी के महासचिव राजीव सिंघल ने अपने उद्बोधन में कहा कि आपमें अपार संभावनाएं है तथा कठिन परिश्रम से बड़े से बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है।

ए आई ओ सी डी वेस्टर्न जोन के जॉइंट सेक्रेटरी वैजनाथ जगुस्ते ने विगत तीस वर्षों में दवाओं की बिक्री पांच हजार करोड़ से बढ़कर डेढ़ लाख करोड़ होने की जानकारी दीं तथा यह भी बतलाय कि हमारा भारत देश दवा उत्पादन की क्षेत्र में विश्व में तीसरे स्थान में है।

फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष डॉ मोंटू एम् पटेल ने अपने सम्बोधन में उपस्थित समस्त विद्यार्थियों, प्राध्यापकों, महाविद्यालयों की प्रबंधन समितियों से आह्वान किया की स्टूडेंट्स के समग्र विकास हेतु अपनी संस्थन में उच्चकोटि की सुविधाएं उपलब्ध करें, उन्होंने यह भी बतलाया कि फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया इसी वर्ष से विभिन्न पाठ्यक्रमों में परिवर्तन लाने वाली है जो कि अकादमिक, इंडस्ट्री एवं रिटेल मार्केटिंग की आवश्यकताओं के अनुरूप होगा, उन्होंने यह भी कहा कि फार्मेसी प्रोफेशन की समग्र उत्थान हेतु आवश्यक कड़े कदम फार्मेसी कौंसिल ऑफ़ इंडिया द्वार उठाए जाएंगे।

अंत में छत्तीसगढ़ फार्मेसी कॉलेज एसोसिएशन के सचिव विनय द्विवेदी ने समस्त समितियों की पदाधिकारियों, विभिन्न महाविद्यालयों के प्रबंधन, प्राचार्यों प्रध्यापकगणो सुरक्षा कर्मियों , पुलिस प्रशासन एवं मीडिया का इस आयोजन को सफल बनाए जाने हेतु आभार व्यक्त किया।