पुलिस बन कर आरोपी से डकैती के मामले में बड़ा खुलासा, पुराना ड्राइवर ही निकला मास्टर माइंड

महासमुंद : 22 जून को प्रदेश के महासमुंद जिले में पुलिस बन कर सेल्समैन से हुई लूट के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले की जांच कर इस घटना को अंजाम देने वाले 6 डकैतों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि इस घटना में आरोपियों ने पुलिस बनकर नेशनल हाईवे 353 पर ₹9 लाख की डकैती को अंजाम दिया था। घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों के पास से ₹5 लाख 90 हजार नगद, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और बोलेरो कार और मोबाइल जब्त कर आरोपियों पर धारा 392, 394, 399 और 120 के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।

पुराना ड्राउवर निकला मास्टर माइंड

पुलिस ने मामले में खुलासा करते हुए बताया कि इस मामले का मुख्य आरोपी कोई और नहीं बल्कि वह व्यापारी जिसके साथ लूट हुई थी उसी के दुकान में काम करने वाला पुराना ड्राइवर था। पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि हर सीसीटीवी फुटेज में एक बोलेरो सेल्समैन की गाड़ी का पीछा कर रही है। इस संदिग्ध वाहन की जांच करने पर पता चला कि यह वाहन भिलाई स्टील प्लांट के ड्राइवर सुरेश कौशल का है। जिसे तलाश कर सुरेश कौशल को पुलिस ने हिरासत में लिया और घटना के दिन के संबंध में कड़ाई से पूछताछ की। पूछताछ में आरोपी ने घटना के बारे में पूरी जानकारी दी और बताया कि रायपुर का रहने वाला मनोज करवाडे इस घटना का मास्टरमाइंड था। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए भाटागांव से आरोपी मास्टरमाइंड को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल लिया।

पहले से बना ली थी योजना

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह भाटागांव का रहने वाला है और पहले विजय वॉच रायपुर में कलेक्शन और गाड़ी चलाने का काम कर चुका है। लगभग 3-4 माह पहले उसने काम छोड़ दिया था। मनोज ने बताया कि वह प्रार्थी की तरह ऐसे ही पैसा लेकर कलेक्शन करके जमा करता था। जिसके कारण उसे इन सारी गतिविधियों की जानकारी पहले ही थी। वह बहुत दिनों से आर्थिक तंगी से गुजर रहा था और विकलांग होने के कारण सही तरीके से काम भी नहीं कर पा रहा था। तभी उसने लक्ष्मी नारायण देवांगन के बारे में जानकारी ली और पता चला कि वह 22 जून को खरियार रोड ओड़िशा से महासमुंद होते हुए कलेक्शन का पैसा लेकर रायपुर आने वाला है। तभी उसने डकैती की पूरी योजना बनाई और तीन चार लोगों को साथ लेकर पहले व्यापारी की रैकी की और फिर डकैती की घटना को अंजाम दिया।

पुलिस ने कार्यवाही करते हुए मामले में दर्शन दास मानिकपुरी, अभिषेक कुमार, राजेश सोनी, संजय यादव, सुरेश कौशल और मनोज करावड़े को गिरफ्तार किया। जिन्होंने गांजा परिवहन के संबंध में गाड़ी चेकिंग का बहाना बार कर कलेक्शन के पैसे लूट लिए थे और रकम को आपस में बांट लिया था।

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