नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में सेना में भर्ती होने के लिए अवसर प्रदान करने हेतु अग्निपथ भर्ती योजना की शुरुआत की गई है। रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ भर्ती योजना के तहत बड़ी संख्या में देश की बेटियों को भी सैनिक बन कर देश की सेवा करने का अवसर दिया है और भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भारतीय नौसेना की तरफ से आज कहा गया कि अग्निपथ के तहत 20 फीसदी भर्तियां महिलाओं की जाएगी। एक नौसेना अधिकारी ने बताया कि इन अग्निवीरों को समूद्री रक्षा बल की अलग-अलग ब्रांच में भेजा जाएगा।

नौसेना ने 1 जुलाई से ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारी ने बताया कि अब तक 10 हजार से ज्यादा महिलाओं ने आवेदन किए हैं। अधिकारियों ने कहा नेवी में अग्निपथ योजना जेंडर न्यूट्रल है। अब भी हमारे यहां युद्धपोतों पर 30 महिला अधिकारी लीड करती हैं। जिन ब्रांचों में महिला अग्निवीरों को पोस्ट किया जाएगा उनमें ऑर्डनैंस, इलेक्ट्रिकल ऐंड नेवल एयर मकैनिक्स, कम्युनिकेशन ऐंड कम्युनिकेशन वारफेयर, गनरी वेपन्स ऐँड सेंसर्स शामिल हैं।

पहली बार ऐसा होने जा रहा है जब कि वॉरशिप पर तैनात करने के लिए महिला सेलर्स की भर्ती की जाएगी। नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि पहली बार महिला सेलर्स की भर्ती की जाएगी जो कि समुद्र में अपनी ड्यूटी देंगी। बता दें कि आर्मी ने भी 1 जुलाई को ही अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। देशभर में भर्ती रैली की तारीफ पर फैसला हो गया है।

14 जून को अग्निपथ योजना लॉन्च की गई थी। इसके बाद देशभर में इसके विरोध में प्रदर्शन हुए। विपक्षी दलों ने भी इस योजना को राष्ट्रहित और युवाओं को विरुद्ध बताया और प्रदर्शन किए। इसके तहत अग्निवीर चार साल तक सेना में सेवा देंगे और इसके बाद 75 फीसदी सैनिक रिटायर हो जाएंगे। वहीं 25 फीसदी को स्थायी नौकरी दी जाएगी। बहुत दबाव के बावजूद सरकार ने साफ कह दिया है कि यह योजना वापस नहीं ली जाएगी। सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका इस योजना के विरोध में दी गई है जिसपर सुनवाई के लिए कोर्ट तैयार हो गया है।

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