सूर्यकांत बोले मै कारोबारी भाजपा से भी संबंध

रायपुर। चंद रोज़ पहले केंद्रीय आयकर की सतर्कता टीम द्वारा महासमुंद के कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने पूरी छापा कार्रवाई के दौरान जांच टीम पर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित कारोबारी ने आईटी टीम द्वारा उसके और परिजनों के साथ सिर्फ मारपीट का ही नहीं बलकि प्रदेश के आला अफसरों के नाम लेने का भी दबाव डालने का आरोप लगाया है।

बाकायदा एक वीडियो जारी करते हुए व्यवसायी सूर्यकांत ने कथित तौर पर आईटी अधिकारीयों द्वारा प्रदेश की भूपेश सरकार का तख्ता पलट करवाने के लिए कहे जाने का दवा किया है। बता दें कि आयकर विभाग किसी को गिरफ्तार करने और जबरदस्ती करने का अधिकार नहीं रखती। बावजूद इसके सूबे के सबसे चर्चित कारोबारी और कांग्रेस के करीबी रहे सूर्यकान्त तिवारी के इस खुलासे के बाद बवाल खड़ा हो गया है। फ़िलहाल इस पुरे मामले में छापा कार्रवाई को लिड करने वाली महिला अधिकारी कुमकुम शर्मा और विभाग की तरफ से कोई बयां नहीं आया है।


देखा जाये तो ये सारा मामला शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के उस बयान के बाद आज सूर्यकांत ने खुलासा किया है। जानकारी के मुताबिक रमन सिंह ने सूर्यकांत को भूपेश सरकार का करीबी और लूट का एटीएम बताया था। इस आईटी रेड पर इसी ट्विट के बाद सियासी बवाल मचा हुआ है। रमन सिंह पर सूर्यकान्त ने पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र व् कार्यकाल में हुए घोटाले का हवाला देते हुए गिरफ़्तारी और जेल में साथ वाली कोठरी में रखने कहा है।


ऐन पावस सत्र से पहले रार
छत्तीसगढ़ विधानसभा का पावस सत्र की तारीख करीब है. ऐसे में भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर द्वारा कोंग्रेसी मंत्री कवासी लखमा को आइटम गर्ल कहे जाने से प्रदेश का पूरा आदिवासी समाज आक्रोशित है। इसपर कोयला कारोबारी सूर्यकांत का रमन सिंह और केंद्रीय जांच एजेंसीं पर गंभीर बयान वाला वीडियो जारी करने से साफ हो गया है कि सत्र से लेकर सुबाई सियासत तक हंगामेदार होगी।