IPS संतोष सिंह ने कोरबा SP की संभाली जिम्मेदारी
IPS संतोष सिंह ने कोरबा SP की संभाली जिम्मेदारी

कोरबा। अच्छी नेतृत्व क्षमता और नए प्रयोगों के चलते अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आइएसीपी अवार्ड अपने नाम करने वाले छत्तीसगढ़ के इकलौते IPS अधिकारी संतोष सिंह ने उर्जाधानी कोरबा में नए पुलिस अधीक्षक का पदभार ग्रहण कर लिया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, कोरबा सीएसपी योगेश साहू,एसडीओपी कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी, दर्री सीएसपी लितेश सिंह, यातायात डीएसपी शिवचरण सिंह परिहार, आर.आई अनथराम पैंकरा, सूबेदार भुनेश्वर कश्यप सहित पुलिस कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया।

हार्ड पुलिसिंग के लिए रहें तैयार, यहां भी चलेगा “निजात” अभियान

पुलिस अधीक्षक कोरबा के रूप में आईपीएस संतोष सिंह ने कार्यभार ग्रहण के तत्काल बाद उन्होंने जिले के समस्त थाना चौकी एवं सहायता केंद्र प्रभारियों की बैठक लेकर अपनी प्राथमिकताएं बताई। IPS संतोष सिंह ने कहा कि जिले में अपराधिक तत्वों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही किया जाए साथ ही जिले में पुलिसिंग दिखना चाहिए। बेसिक पुलिसिंग साथ साथ कम्युनिटी पुलिसिंग के कार्य भी यथावत चलते रहेंगे। उन्होंने कहा कि नशे के विरुद्ध चलाया जा रहा “निजात” अभियान कोरबा जिले में भी चलेगा।

अमेरिका में भारत की पुलिसिंग का झंडा गाड़ने वाले आईपीएस हैं संतोष सिंह

कोरबा के नए एसपी संतोष सिंह एक ऐसे चर्चित आईपीएस अफसर हैं, जिन्हें IACP में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाना है। दुनिया के 165 देशों में से 40 साल से कम उम्र के 40 पुलिस अफसरों को यह सम्मान दिया गया है। 40 पुलिस अफसरों में भारत से दो आईपीएस अफसर शामिल किए गए हैं। इस सूची में छत्तीसगढ़ के IPS संतोष सिंह भी एक हैं।

“2011 बैच के आईपीएस संतोष सिंह का जन्म यूपी के गाजीपुर में हुई है। उन्होंने नवोदय विद्यालय से स्कूली शिक्षा हासिल की है। इसके बाद बीएचयू से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री हासिल की। संतोष सिंह ने जेनएयू से इंटरनेशनल रिलेशन से एमफिल किया। इसके बाद सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी। 2011 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की और आईपीएस बन गए।”

पुलिस विभाग की एक अलग छवि बनाने में सफल हुए भोज राम पटेल

राज्य सरकार ने एसपी भोजराम पटेल (IPS) को महासमुंद पदस्थ किया है। कोरबा एसपी के बतौर भोजराम पटेल ने पदभार ग्रहण करने के साथ ही पुलिस के प्रति आम जनता का विश्वास और गहरा करने के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग की बढ़ावा दिया। उन्होंने खाकी के रंग स्कूल के संग, खाकी के रंग संगी-संगिनी के संग, खाकी के रंग लोक कलाकारों के संग, तुंहर पुलिस तुंहर द्वार, पुलिस जनदर्शन जैसे आयोजनों के जरिए जनता और पुलिस के बीच की दूरियों को न सिर्फ कम किया बल्कि एक अलग छाप छोड़ी।
विदाई के भावुक क्षणों के मध्य कई कर्मियों की आंखें डबडबा उठीं। जाते-जाते पटेल अपने कार्यालय की दहलीज पर झुक गए और प्रणाम किया, वे भावुक हो उठे थे।

वृद्धाश्रम पहुंचकर बुजुर्गों का लिया आशीर्वाद

पुलिस अधीक्षक ने विदाई के दौरान कोरबा के प्रशांति वृद्धाश्रम पहुंचकर वृद्धजनों के चरणस्पर्श कर उसे माथे से लगाया। साथ ही नई जिम्मेदारी के लिए उनका आशीर्वाद लिया। यहां लोगों ने बड़ी ही आत्मीयता एसपी को उपहार भेंट किया।

भोजराम पटेल जाते-जाते स्टाफ से बोले- कभी किसी बात से दु:ख लगा हो तो माइंड मत करना। गुरुजी से आईपीएस बने भोजराम पटेल अपने कर्म को पूजा और कार्यस्थल को मंदिर की तरह समझते व पूजते हैं। उन्होंने अपने कर्मस्थल एसपी कार्यालय को जाते-जाते माथा लगाकर प्रणाम किया।

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