
० आधा दर्जन युवकों ने जेल क्वार्टर में की तोड़-फोड़
दुर्ग। प्रदेश में दुर्ग जिले के केंद्रीय जेल में पदस्थ सहायक जेलर पर आपराधिक तत्वों द्वारा हमला करने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक इन आपराधिक तत्वों ने जेलर के सरकारी आवास पर जाकर तोड़फोड़ की है और काफी हंगामा भी किया है।

दरअसल दुर्ग के केंद्रीय जेल में पदस्थ सहायक जेलर अशोक साव जेल परिसर के अन्दर मिले स्टाफ क्वार्टर में रहते हैं। जिस वक्त यह हमला हुआ सभी स्टाफ सो रहे थे। खिड़की के कांच टूटने पर उनकी नींद खुली और जिसके बाद उन्होंने हमले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस को सूचना मिलने तक बदमाश वहां से भाग गए थे। इस पूरे हमले में 7 हमलावरों के शामिल होने की जानकारी मिली है। जो सहायक जेलर को क्षति पहुंचाने की नीयत से जेल परिसर में घुसे थे, लेकिन दरवाजा ना टूटने के कारण वो ऐसा करने में नाकाम रहे।

बदले की नियत से किया गया था हमला
बीते दिनों एक आरोपी जो जेल से छूटा था। उसने अपने अन्य साथियों के साथ सहायक जेलर से बदला लेने की नीयत से इस घटना को अंजाम दिया है। यह सभी अपराधी जब दरवाजे को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच हमलावरों में किसी के द्वारा यह कहते सुना गया की किसी को नहीं छोड़ेंगे, सब को जान से मार देंगे। जिसे बुलाना है बुला लो। लेकिन हमलावर दरवाजा तोड़ने में नाकाम रहे। जिसके कारण किसी को भी कोई शारीरिक क्षति नहीं हुई है।
जेल परिसर सुरक्षा पर लगे सवालिया निशान
स्टाफ क्वाटर पर हुए हमले से जेल परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल जिस स्टाफ क्वार्टर पर बीती रात हमला हुआ वो दुर्ग के केंद्रीय जेल परिसर में है। इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था को चकमा दे कर ये हमलावर परिसर के स्टाफ क्वार्टर तक पहुंचने में कामयाब रहें। जिसके बाद उन्होंने क्वार्टर की खिड़की के कांच को तोड़ दिया और दरवाज़ा तोड़ कर अंदर घुसने का प्रयास भी किये। इस पुरे काण्ड के दौरान चौकाने वाला तथ्य यह है कि न ही जेल परिसर या जेल की सुरक्षा में लगे प्रहरियों को इसकी भनक लगी। अड़ोस पड़ोस भी इस घटना से बेखबर रहा।
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