मार्गरेट अल्वा विपक्ष की उपराष्ट्रपति उम्मीदवार
मार्गरेट अल्वा विपक्ष की उपराष्ट्रपति उम्मीदवार

नई दिल्ली। विपक्ष ने मार्गरेट अल्वा को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। NCP नेता शरद पवार के निवास पर हुई बैठक के बाद पवार ने इसका ऐलान किया।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उपराष्ट्रपति पद के लिए जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा के बाद अब विपक्षी दलों की तरफ से भी उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा कर दी गई है। विपक्ष ने मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) को अपना उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है। इस बात का ऐलान एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर विपक्षी दलों की बैठक के बाद हुआ है। विपक्ष ने दावा किया है कि उसके पास 17 दलों का समर्थन है।

पांच बार सांसद रहीं अल्वा

कांग्रेस पार्टी की महासचिव रहने और तेजस्वी सांसद के रूप में पाँच पारियाँ (1974से 2004) खेल चुकने के साथ-साथ मार्गरेट अल्वा केन्द्र सरकार में चार बार महत्वपूर्ण महकमों की राज्यमंत्री रहीं। एक सांसद के रूप में उन्होंने महिला-कल्याण के कई कानून पास कराने में अपनी प्रभावी भूमिका अदा की। महिला सशक्तिकरण संबंधी नीतियों का ब्लू प्रिन्ट बनाने और उसे केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा स्वीकार कराये जाने की प्रक्रिया में उनका मूल्यवान योगदान रहा।

केवल देश में में ही नहीं, समुद्र पार भी उन्होंने मानव-स्वतन्त्रता और महिला-हितों के अनुष्ठानों में अपनी बौद्धिक आहुति दी। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने तो उन्हें वहाँ के स्वाधीनता संग्राम में रंगभेद के खिलाफ लड़ाई लड़ने में अपना समर्थन देने के लिए राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया। वे संसद की अनेक समितियों में रहने के साथ-साथ राज्य सभा के सभापति के पैनल में भी रहीं।

उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल

मार्गरेट अल्वा 6 अगस्त 2009 से 14 मई 2012 तक उत्तराखण्ड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में कार्य किया। इसके 12 मई 2012 से वे राजस्थान राज्य की राज्यपाल बनीं।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर