Women's strike for compassionate appointment

० अनुकम्पा नियुक्ति की मांग को लेकर विधानसभा घेराव के लिए निकली थी विधवा महिलाये
० महिलाओं और पुलिसबल के बीच हुई धक्का-मुक्की

रायपुर। “मुझे नौकरी दे दोगे क्या सर बोलो आप लोग। मैं अपने हक़ के लिए लड़ने आई हूँ, मेरे बच्चे छोटे छोटे हैं। यहाँ कौन है दयालु ? आप दया कर सकते हो क्या, नहीं तो जाने दो। हम लोगो को क्यों रोकते हो बीच रास्ते में”। रोते बिलखते पुलिस अधिकारी से ये गुहार विधानसभा घेराव करने निकली विधवा महिलाओ में से एक ने पुलिसबल द्वारा रोके जाने पर लगाई।

दरअसल बीते कई सालों से अनुकम्पा नियुक्ति के लिए लगातार आंदोलन कर रही शासकीय कर्मचारियों की विधवा पत्नियों द्वारा आज एक बार फिर राजधानी में आंदोलन किया गया। आर्थिक तंगी से जूझ रही इन महिलाओं ने एक बार फिर विधानसभा घेराव का प्रयास किया। हालांकि महिला पुलिस बल द्वारा इन महिलाओ को स्मार्ट सिटी कार्यालय के पास ही रोक लिया गया। इस दौरान पुलिसबल और आंदोलनकारी विधवा महिलाओ के बीच हल्की धक्का मुक्की भी देखने को मिली।

बता दें कि ये सभी दिवंगत पंचायत शिक्षाकर्मियों की विधवा पत्नियां हैं जिन्हे पंचायत शिक्षकों की मौत के बाद परिवार के किसी भी सदस्य काे अब तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिली है। अनुकम्पा नियुक्ति के लिए कोई तीन साल से भटक रहा है तो कोई चार साल से। अपनी मांग को ये महिलाये समय समय पर अलग अलग मंचों से उठाती रही है। लेकिन अब तक इनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।

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