Health Desk : भारत में कुछ सालो से बॉक्सिंग को बहुत ज्यादा लोकप्रियता हासिल हो रही है और ज्यादा से ज्यादा युवक और युवती बॉक्सिंग के खेल में आगे बढ़ना चाहते हैं। इसमें अपना करियर बनाना चाहते हैं और कुछ लोग बॉक्सिंग केवल अपने शौक के लिए करतें हैं। बॉक्सिंग जितना शरीर के लिए अच्छा उतना ही फायदेमंद भी है, आज कल की लड़कियां एवं महिलायेँ अपने सुरक्षा के लिए सीखतीं है। साथ में उन्हें किकिंग, पंचिंग, स्कवैटिंग, स्ट्रेचिंग महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है।

फायदे

बॉक्सिंग करने से फैट कम होता है। कोच हिमांशु पांडेय का मानना है की बॉक्सिंग उच्च विशेषज्ञ वर्कआउट है, जिसमे बिना ट्रेनर के वर्कआउट हानिकारक भी हो सकता है और ये मसल्स को टोन करता है। इससे बॉडी शेप में रहती हैं साथ ही एक्टिव भी रहती है। बॉडी का उचला हिस्सा मजबूत बनता है। यह बॉडी अवेयरनेस बढ़ाकर आपको कॉन्फिडेंट देता हैं। ये रक्त परिसंचरण सुधारने में भी बहुत लाभदायक होते हैं, इससे काम करने की क्षमता बढ़ती है साथ ही चेहरे में रौनक लती है। इतना ही नहीं ये शरीर के ज़हरली पदार्थो दूर होते है।

  • कोर स्थिरता में सुधार
  • तनाव से राहत
  • बेहतर समन्वय
  • शरीरिक जागरूकता
  • आत्म सम्मान

आइये जानते हैं इससे कैसे खेलते है,

पंचिंग बैग का उपयोग होता है और जिस वक़्त हम पंच करते है उस वक़्त कलाई का उपयोग करें वरना हाथ की नसों को नुकसान पहुंच सकता है।

बॉक्सिंग करते वक़्त सही तरीके से साँस ले इससे आपका कार्डिओ वर्कआउट होता है।

बॉक्सिंग करते वक्त आपके हाथ, कंधे, पैर और कोर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। हाथ-पैरों में होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में यह वर्कआउट फायदेमंद होता है।

पंचिंग बैग के चारों और तेजी से घूमते हुए पंच लगाने से आपकी आंखों व हाथों के बीच का कॉर्डिनेशन बेहतर होता है। इससे संपूर्ण शरीर का संतुलन और समन्वय बेहतर होता है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर