नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की ओर से दिल्ली में विकास के कई मॉडल पेश किए गए हैं। इसी विकास मॉडल के कारण ही दिल्ली का चहुंमुखी विकास हो रहा हैं। दिल्ली के विकास के साथ ही सीएम केजरीवाल की प्राथमिकता में स्कूली शिक्षा का क्षेत्र सर्वोपरि है। उनका मानना है कि देश में अच्छे नागरिक बनने के लिए बच्चों का शिक्षित होना आवश्यक है, क्योंकि शिक्षा ही अच्छे नागरिक बनने की नींव है।

शिक्षा रुपी नींव मजबूत होगी तभी देश भी मजबूत होगा।सीएम केजरीवाल ने कहा कि उनकी स्कूली शिक्षा का उद्देश्य छात्रों को अच्छा मनुष्य, देशभक्त और रोजगार हासिल करने योग्य बनाना है। ‘हैप्पीनेस’ पाठ्यक्रम के चार साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि जब वह सत्ता में आए थे, तब स्कूलों की स्थिति खराब थी और बोर्ड की परीक्षा के परिणाम भी अच्छे नहीं आते थे। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अब हम अच्छा कर रहे हैं। हमने विभिन्न पाठ्यक्रम जारी किए हैं और शैक्षणिक दबाव को कम किया है।


‘हैप्पीनेस’ कक्षाओं से बच्चों का तनाव कम हुआ और इसलिए दिल्ली में छात्रों की आत्महत्या का कोई मामला भी नहीं सामने आया।” मुख्यमंत्री ने बताया कि वे छात्रों को ऐसा बनाना चाहते हैं, जो ‘‘नफरत” नहीं बल्कि देश में ‘‘प्रेम के संदेश” का प्रचार करें। केजरीवाल ने कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी ने भी दिल्ली सरकार की ‘हैप्पीनेस’ कक्षाओं में हिस्सा लिया था और वह उससे काफी प्रभावित भी हुई थीं।

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