विशेष संवादाता। टीआरपी रायपुर
प्रदेश के प्रभारी महामंत्री अजय जामवाल के 3 दिवसीय प्रवास के बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा संगठन में उथल-पुथल मचा हुआ है। संगठन के अहम् पदों में बदलाव के बाद अब नेताप्रतिपक्ष को दिल्ली बुलाये जाने के फरमान से चर्चा तेज़ हो गई है। ऐन आदिवासी दिवस में एसटी वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष को बदलकर ओबीसी को तरजीह देने से पहले ही बयानबाजी शुरू हो गई थी। अब नेताप्रतिपक्ष भी बदले जाने की बातें सामने आ रही है, क्योंकि बिलासपुर से ही पार्टी में अहम् दोनों पद एक ही संभाग के कहते में चला गया है। वैसे विष्णुदेव साय से प्रदेश अध्यक्ष का पद लिया गया है लेकिन उन्हें राष्ट्रीय पद से नवाज़ा जा सकता है। पार्टी सूत्रों की मानें तो अजय चंद्राकर का कद बढ़ा है और संभवतः उन्हें भाजपा विधायक दाल का नेता चुना जा सकता है।

धरमलाल कौशिक को यूँ अचानक दिल्ली तलब करने के पीछे की वजह बदलाव से जोड़कर देखा जा रहा है। मुखर वक्ता और सियासी आक्रामकता की वजह से ही संगठन अजय चंद्राकर को नेताप्रतिपक्ष बना सकता है। वैसे तो पार्टी में फायर ब्रांड बीटा के तौर पर बृजमोहन, शिवरतन, नारायण चंदेल, और युवा विधायक सौरभ सिंह भी है। लेकिन बताते है कि बृजमोहन को आने वाले वक्त में चुनाव समिति का अहम जिम्मा दिया जा सकता है।