बेंगलुरु। कर्नाटक के शिवमोगा शहर में दो गुटों में अमीर अहमद सर्कल में हिंदू संगठन के लोगों ने वीर सावरकर का पोस्टर लगाने पर दो गुटों में विवाद हो गया। इसके बाद टीपू सुल्तान सेना ने विरोध किया और अपना झंडा लेकर पहुंच गए। इन्होंने टीपू सुल्तान के पोस्टर लगाने की कोशिश की।

विवाद रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बाद में सावरकर की तस्वीर भी हटा दी गई। इलाके में तनाव को देखते हुए पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई है। वहीं, भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। शिवमोगा के एडीजी ने मंगलवार को शहर और भद्रावती टाउन लिमिट में स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है।

4 आरोपी गिरफ्तार

कर्नाटक के एडीजी अलोक कुमार ने बताया कि 4 आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया है। इनमें नदीम, अब्दुल रहमान और जबिबुल्लाह की पहचान हो गई है। नदीम 2016 में गणेश चतुर्थी में भड़के संप्रदायिक हिंसा मामले में आरोपी रह चुका है। नदीम को करने बाद पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि किस संगठन से इन लोगों का कनेक्शन है।


झड़प के दौरान एक व्यक्ति को चाकू मारा


जानकारी के मुताबिक यहां के गांधी बाजार इलाके में एक व्यक्ति को चाकू भी मारा गया है, लेकिन पुलिस का कहना है कि चाकूबाजी इसी मामले में हुई है या किसी और मुद्दे पर, इसकी जांच की जा रही है। घायल व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत स्थिर है।

मामले को लेकर ठश्रच् और अन्य हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। इन्होंने मांग की कि उन्हें सावरकर के पोस्टर लगाने की अनुमति दी जाए और दूसरे समूह के खिलाफ सावरकर का अपमान करने को लेकर कार्रवाई की जाए। इसी तरह के एक और मामले में मेंगलुरु के सुरतकल चौराहे का नाम सावरकर के नाम पर रखने वाले एक पोस्टर को भी पुलिस ने हटा दिया है।