ईको कार से साइलेंसर

कोरिया। इस जिले की पुलिस के हाथ एक ऐसा गिरोह लग गया जो मारुती ईको कार के साइलेंसर चुराया करता था। इस गिरोह का पूरे सरगुजा क्षेत्र में आतंक था। पुलिस के मुताबिक गिरोह ने अब तक 76 गाड़ियों के साइलेंसर चुराए और उसमें से निकलने वाले विशेष धातु की तस्करी की।

मजदूरों ने मिलकर बनाया गिरोह

पुलिस के मुताबिक निरल किण्डो, आशीष किण्डो, अंजीत खाखा, थामस किण्डो और प्रकाश मसीह एवं 4 अन्य साथी अंबिकापुर में रह कर मजदूरी का काम करते थे। आरोपी प्रकाश एवं अन्य 02 किसी काम से रायपुर गये, वहां उन्होने मारुती ईको गाड़ी के साइलेंसर के बारे में जानकारी प्राप्त की, उन्हें पता चला कि उपरोक्त साइलेंसर में कुछ कीमती पदार्थ प्लेटिनियम, पैलेडियम और रेडियम का डस्ट होता है जो काफी महंगा बिकता है, इसके बाद उन्होंने चोरी के पूर्व रायगढ़ के एक कबाडी से संपर्क किया और प्रति साइलेंसर 4,000 रूपये की दर से सौदा तय किया।

सुनियोजित ढंग से शुरू की साइलेंसर की चोरी

इस गिरोह के सभी सदस्य सरगुजा संभाग के सूरजपुर, अम्बिकापुर, बलरामपुर जिलों के निवासी थे, अतः सभी को संपूर्ण क्षेत्र की अच्छी जानकारी थी। निरल, अंजीत, थामस, आशीष एवं अन्य का काम रैकी करना व साइलेंसर चोरी करना था। सभी दोपहर में जिन स्थानों में चोरी करना होता, पहुंच जाते थे, वे रात करीबन 8.00 से 11.00 बजे तक रैकी का काम करते थे, उसके बाद देर रात्रि साइलेंसर चोरी कर सुनसान स्थानों पर साइलेंसर के टुकडे कर कीमती धातु को काट कर बैग में भर कर अम्बिकापुर पहुंचते थे, और वहां प्रकाश के रूम में पहुंचते थे फिर साइलेंसर के टुकड़ों को पार्सल बनाकर बस के माध्यम से रायगढ़ भेजते थे, जहां इनके साथी पार्सल रिसिव करते थे।

लगातार चोरी से पुलिस हुई एलर्ट

सरगुजा संभाग में पिछले कुछ माह से मारूती इको कार के साइलेंसर चोरी की घटना लगातार बढ रही थी, जिसे रोकने के लिए पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज अजय कुमार यादव द्वारा निर्देश दिया गया था, जिस पर पुलिस अधीक्षक, कोरिया त्रिलोक बंसल द्वारा कार्य योजना तैयार कर सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया था, इसी तारतम्य में थाना मनेन्द्रगढ़ में एक ही रात में चार इको कार के साइलेंसर चोरी करने की सूचना प्राप्त हुई।

इस तरह पकड़ में आया गिरोह

एक ही रात में 4 गाड़ियों को निशाना बनाये जाने के बाद पुलिस अधीक्षक, कोरिया त्रिलोक बंसल की कार्ययोजना के अनुसार तुरन्त ही मनेन्द्रगढ़ से सभी दिशाओं में टीम रवाना की गई। इसी दौरान देर रात एक टीम को सिद्ध बाबा घाट के नीचे तीन व्यक्ति बैठे मिले, जिन्हें थाना लाकर पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम नीरल किण्डो, अंजीत खाखा, आशीष किण्डो बताया।

इनके पास मौजूद बैग की तालाशी लेने पर 04 नग मारुती इको कार के साइलेंसर के टुकड़े निकले, विस्तृत पूछताछ करने पर उन्होने सब्जी मंडी, मौहारपारा, चनवारीडांड से कुल 04 नग साइलेंसर काट कर चोरी करना कबूला तथा उसमें से 02 नग साइलेंसर को सिद्ध बाबा घाटी मे छुपाना बताया, जिसे आरोपियों की निशानदेही पर बरामद किया गया।

पूछताछ में हुआ ये खुलासा

चूंकि जिले में अन्य स्थानों में भी इको गाडी के साइलेंसर चोरी हुई थी, इसलिए पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल द्वारा एसडीओपी मनेन्द्रगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर पूछताछ की गई, इस दौरान आरोपियो ने अंबिकापुर, सूरजपुर, बलरामपुर में भी अपने गिरोह के साथ लगभग 76 गाड़ियों के साइलेंसर चोरी करने की बात कबूल की। चोरी के बाद सभी साइलेंसर से धातु को निकालकर रायगढ़ में कबाड़ी के पास बेच दिया गया।

अभी तक पूरे सरगुजा संभाग से मिली जानकारी के मुताबिक कोरिया जिले मे 10, बलरामपुर जिले में 19, सरगुजा जिले में 08, सूरजपुर जिले में 12 एवं बिलासपुर जिले में 17 सहित कुल 66 प्रकरण में अपराध पंजीबद्ध किये गए हैं।

जानिए, आखिर क्या होता है इस साइलेंसर में

मारुती ईको के साइलेंसर की कीमत करीब 85 हजार रुपये की बताई जाती है। इस साइलेंसर में कैटेलिटिक कन्वर्टर मौजूद होता है। कैटेलिटिक कन्वर्टर, प्लेटिनम ग्रुप ऑफ मेटल्स (PGM) से बनता है। प्लेटिनम, पैलेडियम और रोडियम के संयुक्त तौर पर प्लेटिनम ग्रुप ऑफ मेटल्स यानी PGM कहते है। ऐसा कहा जाता है कि इसकी कीमत सोने से भी ज्यादा होती है। ईको के साइलेंसर से निकलने वाली इन धातुओं की डस्ट को हैवी इंडस्ट्री में बेचा जाता है, जहां प्रति 10 ग्राम डस्ट 3 से 6 हजार रुपये तक मिलते है।

टीम को 25 हजार का नकद इनाम

पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज अजय कुमार यादव ने इस गिरोह को पकड़ने वाली टीम को 25,000 रू० नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है। इस पूरी कार्यवाही में कमलाकांत शुक्ला थाना प्रभारी चिरमिरी, सचिन सिंह थाना प्रभारी मनेन्द्रगढ़, सहायक उप निरीक्षक आर०एन० गुप्ता, प्रधान आरक्षक इस्तेवाक खान, आरक्षक जितेन्द्र ठाकुर, प्रमोद यादव, राकेश शर्मा, शत्रु यादव, हाफिज कुरैशी, सोनल पाण्डेय, विनित सोनी, ओमप्रकाश सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर