नई दिल्ली। टिकटॉक स्टार और भाजपा नेता सोनाली फोगाट की मौत नशे की वजह से हुई। अब तक की गोवा पुलिस की जांच में ये बात आईने की तरह साफ हो गई है। फोगाट की मौत मामले में एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया जिसमें दिख रहा है कि जब वह डांस फ्लोर पर थीं तो उन्हें जबरन कुछ पिलाने की कोशिश की गई थी। सीसीटीवी फुटेज में जबरन पिलाने की कोशिश करने वाला व्यक्ति पीए सुधीर सांगवान की तरह दिख रहा है।


गोवा के पुलिस उपाधीक्षक जीवबा दलवी ने बताया कि सोनाली फोगाट को मौत से कुछ घंटे पहले मेथामफेटामाइन दिया गया था। पुलिस ने रेस्तरां के शौचालय से कुछ बची हुई दवा बरामद की थी। आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि सोनाली को मौत से कुछ घंटे पहले जो ड्रग दी गई थी वो मेथामफेटामाइन थी। मेथामफेटामाइन बेहद घातक ड्रग मानी जाती है।
जानिए क्या होता है मेथामफेटामाइन…
मेथामफेटामाइन बेहद घातक ड्रग होती है। माना जाता है कि इसकी लत बहुत जल्दी लगती है। ये ड्रग नशा लेने वाले के सेंट्रल नर्वस सिस्टम को सीधे प्रभावित करती है। यह नशा देखने में कांच के टुकड़ों की तरह लगता है और बेहद चमकदार होता है। कम से मध्यम खुराक में, मेथामफेटामाइन मूड को खुश कर सकता है, थके हुए व्यक्तियों में सतर्कता, एकाग्रता और ऊर्जा बढ़ा सकता है, भूख कम कर सकता है और वजन घटाने को बढ़ावा दे सकता है। बहुत अधिक मात्रा में यह मनोविकृति, दौरे और मस्तिष्क में रक्तस्राव का कारण बन सकता है।
सूंघकर या निगल कर ली जाती है ड्रग्स
इस नशे को सूंघकर या निगल कर लिया जाता है। इसे पानी या शराब में मिलाकर भी लिया जाता है। स्वाद में यह बेहद कड़वा होता है। शनिवार को सोशल मीडिया पर रेस्टोरेंट के सीसीटीवी फुटेज का वीडियो सामने आया था। जिसमें आरोपी सुधीर सांगवान सोनाली के साथ नाचता दिख रहा है। बाद में उसे कुछ पीने के लिए मजबूर करता है हालांकि सोनाली उसे तुरंत थूक देती है।