नई दिल्ली। कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव की घोषणा होने के साथ ही अब जी-23 नेताओं पर सबकी नजरें हैं। बता दें कि पिछले तीन दशक में दो बार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है। माना जा रहा है कि अगर राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं होते हैं तो जी-23 का कोई नेता इस पद के लिए चुनाव लड़ सकता है। खबरों के मुताबिक, शशि थरूर, मनीष तिवारी या पृथ्वीराज चव्हाण मैदान में कूद सकते हैं।

दो बार हो चुका हैं कांग्रेस में अध्यक्ष पद पर चुनाव

1997 में सीताराम केसरी के खिलाफ शरद पवार और राजेश पायलट ने पर्चा भरा था, जहां केसरी को जीत मिली। केसरी को जहां 6224 वोट मिले तो वहीं पवार को 882 और पायलट को 354 वोट मिले थे। दूसरी बार वोटिंग की नौबत 2000 में तब आई, जब सोनिया गांधी को कांग्रेस के भीतर से दिग्गज नेता जीतेंद्र प्रसाद से चुनौती मिली। उस चुनाव में सोनिया गांधी को जहां 7448 वोट मिले, वहीं प्रसाद को कुल 94 वोट आए थे।

इन नामों की चर्चा

गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ देने के बाद कयास है कि जी-23 नेताओं में से कोई अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी ठोक सकता है। मनीष तिवारी, शशि थरूर, पृथ्वीराज चव्हाण कांग्रेस अध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए ताल ठोक सकते हैं। हालांकि, ऐसा तभी होगा जब राहुल गांधी अध्यक्ष पद के लिए नहीं मानेंगे और पार्टी में किसी कठपुतली नेता को अध्यक्ष पद पर बैठाने की कोशिश होगी।

बता दें कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि गहलोत इस पद पर बैठ सकते हैं। मौजूदा स्थिति गहलोत इस बात को लेकर अड़े हैं कि अगर उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाया जाता है तो भी वह राजस्थान के सीएम बने रहना चाहते हैं या फिर अपने किसी वफादार को इस कु्र्सी पर बैठाना चाहते हैं। गहलोत किसी भी कीमत पर अपने प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट को इस पद पर नहीं बैठने देना चाहते हैं।