शेयर बाजार के ऊपर आर्थिक मंदी का खतरा मंडरा रहा है। वहीं अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी से दुनिया भर के बाजारों में भारी गिरावट देखी जा रही है। फेडरल रिजर्व का इशारा मिलने के बाद पिछले सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को अमेरिकी बाजार (US Stock Market) में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली थी। इसका असर आज सोमवार को भारतीय शेयर बाजार के ऊपर देखने को मिला। कारोबार शुरू होने से पहले ही प्री-ओपन सेशन में सेंसेक्स करीब 750 अंक लुढ़का हुआ था।

प्री-ओपन सेशन से ही भारी गिरावट

प्री-ओपन सेशन में सेंसेक्स करीब 750अंक गिरकर 57,300 अंक के पास कारोबार कर रहा था। एनएसई निफ्टी करीब 400 अंक के नुकसान के साथ 17,150 अंक के पास कारोबार कर रहा था। वहीं, सिंगापुर में एसजीएक्स निफ्टी (SGX Nifty) का फ्यूचर कांट्रैक्ट सुबह के नौ बजे 346 अंक लुढ़ककर 17,313 अंक पर कारोबार कर रहा था। इससे संकेत मिल रहा था कि घरेलू बाजार आज कारोबार की शुरुआत भारी गिरावट के साथ कर सकता है। सुबह के 09:25 बजे सेंसेक्स करीब 1150 अंक के घाटे के साथ 57,700 अंक से नीचे कारोबार कर रहा था था। वहीं निफ्टी लगभग 350 अंक गिरकर 17,200 अंक के पास कारोबार कर रहा था।

पिछले सप्ताह बाजार

इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 59.15 अंक (0.10 फीसदी) की मामूली तेजी के साथ 58,833.87 अंक पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 36.45 अंक (0.21 फीसदी) की बढ़त के साथ 17,558.90 अंक पर बंद हुआ था। पिछला सप्ताह भी घरेलू बाजार के लिए ठीक नहीं रहा था। गुरुवार को सेंसेक्स 310.71 अंक (0.53 फीसदी) के नुकसान के साथ 58,774.72 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी भी 82.50 अंक (0.47 फीसदी) के घाटे के साथ 17,522.45 अंक पर आ गया था। पिछले सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 812 अंक से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली थी।

ग्लोबल मार्केट में भारी गिरावट

फेडरल रिजर्व का संकेत मिलने के बाद शुक्रवार को अमेरिकी बाजार चारों खाने चित हो गए थे। डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज3.03 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ था। वहीं टेक फोकस्ड इंडेक्स नास्डैक कंपोजिट में 3.94 फीसदी की और एसएंडपी 500 में (S&P 500) 3.37 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। आज सोमवार के कारोबार में एशियाई बाजार भी गिरे हुए हैं। जापान का निक्की (Nikkei) 2.71 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। वहीं हांगकांग के हैंगसेंग में 0.78 फीसदी और चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.14 फीसदी का नुकसान देखा जा रहा है।

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