मनीष सिसोदिया

नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि सीबीआई के डिप्टी लीगल एडवाइजर जितेन्द्र कुमार पर उनके (सिसोदिया) के खिलाफ गलत केस बनाकर उनकी गिऱफ्तारी की मंजूरी देने का दबाव डाला जा रहा था। इस कारण सीबीआई के डिप्टी लीगल एडवाइजर जितेन्द्र कुमार ने आत्महत्या की। सिसोदिया ने कहा कि बेशक उन्हे गलत केस में फंसाएं लेकिन अधिकारियों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर नहीं करें।

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि दो साल पहले एक सीबीआई अफसर ने आत्महत्या कर ली थी। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि उस अफसर के ऊपर मेरे खिलाफ गलत तरीके से केस बनाने का दबाव डाला जा रहा था, ताकि मुझे गिरफ्तार किया जा सके। इसके चलते सीबीआई अफसर ने आत्महत्या कर ली।

मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि पिछले 2 दिन पहले सीबीआई के डिप्टी लीगल एडवाइजर जितेंद्र कुमार ने आत्महत्या कर ली। इसकी पूरी खबर मीडिया में दिखाई गई। सिसोदिया ने कहा, पता चला है कि जितेंद्र कुमार एंटी करप्शन ब्रांच में लीगल एडवाइजर थे।

सिसोदिया के मुताबिक, उन पर शराब नीति के मामले में जो एफआईआर कराई गई है, उसका लीगल मामला वही देख रहे थे। मनीष सिसोदिया ने दावा किया है कि पता चला है कि उनके ऊपर मेरे खिलाफ गलत तरीके से केस बनाने का दबाव डाला जा रहा था, ताकि मुझे गिरफ्तार किया जा सके, लेकिन वे मंजूरी नहीं दे रहे थे।

दिल्ली के डिप्टी सीएम के मुताबिक, उनके ऊपर इस केस को लेकर इतना दबाव डाला गया कि वे मानसिक दबाव में आ गए और उन्होंने सुसाइड कर लिया। सिसोदिया ने कहा, यह बहुत दुखद घटना है कि सीबीआई के एक अधिकारी को जिसको देख रहा था कि पूरा मामला फर्जी है उसके ऊपर गलत काम करने का इतना दबाव बनाया गया कि वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो यह बहुत अफसोस जनक है। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।

BJP के स्टिंग पर बोले सिसोदिया

BJP के स्टिंग पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी बहुत दिन से कह रही है कि घपला हो गया। कभी कहते हैं कि 1300 करोड रुपए, कभी 8,000 करोड़ रुपये तो कभी 500 करोड़, कभी 144 करोड़ तो कभी 30 करोड़ की बात की जाती है। फिर सीबीआई से एफआईआर कराई तो सीबीआई ने ढूंढ-ढूंढकर दो कंपनी के बीच में हो रही व्हाइट डीलिंग को जबरदस्ती मेरे ऊपर थोपने की कोशिश की, वह भी सूत्रों के हवाले से किया गया।

उसके आधार पर मेरे घर पर छापा डलवा दिया, उसमें कुछ नहीं मिला। मेरे परिवार का बैंक लॉकर तलाश किया, लेकिन उसमें भी कुछ नहीं मिला। अब जब सीबीआई से क्लीनचिट मिल गई कि इनके पास तो कुछ नहीं मिला तो अब बीजेपी कह रही है कि देखो सीबीआई नहीं ढूंढ पाई हम स्टिंग कर कर देंगे। उसके बाद किसी चौराहे पर खड़े होकर किसी को गाड़ी में बैठाकर कुछ करते हैं, उससे सवाल जवाब करते हैं कि वह क्या कोई स्टिंग है? यह तो मजाक है। ऐसे स्टिंग तो मेरे पास भी हैं। मैं भी कल दे दूंगा, फिर आप उसको भी चलाना।

CBI ने आरोपों पर किया पलटवार

जितेंद्र कुमार की आत्महत्या मामले में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की ओर से जांच एजेंसी पर लगाए गए आरोपों को लेकर अब सीबीआई ने भी पलटवार किया है। सीबीआई ने एक बयान जारी कर डिप्टी सीएम के आरोपों को गलत ठहराया है और कहा है कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ आबकारी घोटाले की जांच चल रही है और उनका बयान जांच को भटकाने की काशिश है।

सीबीआई ने कहा कि मृतक जितेंद्र कुमार जांच एजेंसी से सीधे तौर पर नहीं जुड़े हुए थे, वे सीबीआई में बतौर डिप्टी लीगल एडवाइजर प्रॉसिक्यूशन के इंजार्च थे, जिनका काम था सीबीआई के चार्जशीट हो चुके केसों की ट्रायल को देखना।

सुसाइड नोट नहीं हुआ बरामद

सीबीआई ने ये भी कहा कि मृतक जिंतेंद्र कुमार के खुदकुशी मामले में दिल्ली पुलिस तफ्तीश कर रही है और मौके से किसी को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ था।

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