सुरक्षा इंतज़ाम घटिया, ग्रेविटी फेरो उरला में क्रेन ऑपरेटर का दर्दनाक अंत
सुरक्षा इंतज़ाम घटिया, ग्रेविटी फेरो उरला में क्रेन ऑपरेटर का दर्दनाक अंत

0 ग्रुप के टीएमटी प्लांट में हुआ हादसा, मृतक समेत दो कर्मचारी भी पिघले लोहे और भाप से झुलसे, पुलिस ने किया मामला दर्ज

विशेष संवादाता, रायपुर
राजधानी के उद्योगों में सुरक्षा इंतज़ामात की एक बार फिर पोल खुल गई है। रायपुर के उरला स्थित ग्रेविटी फेरो के टीएमटी प्लांट में एक दर्दनाक हादसे में एक करें ऑपरेटर की मौत और दो अन्य सहकर्मियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है। फ़िलहाल उनका इलाज चल रहा है और वे खतरे से बहार बताये जा रहे हैं , लेकिन करें ऑपरेटर रजनीश गुप्ता हादसे में बुरी तरह झुलस गया है। 90 फीसदी झुलसे करें ऑपरेटर की इलाज मौत होना बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने पीएमटी प्लांट प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामला रायपुर के उरला इलाके का है। ग्रेविटी फैरो यूनिट-2 नाम की कंपनी टीएमटी बनाने का काम करती है।

पह्ले लोहे की आंच और तेज़ गरम भाप से झुलसे

इस प्लांट में रजनीश गुप्ता बतौर क्रेन ऑपरेटर काम किया करता था। उरला थाने से मिली जानकारी के मुताबिक पिघला हुआ लोहा जब प्लांट से निकला तो छिटक कर कर्मचारियों की तरफ चला गया, पास ही पानी था। इससे तेज भाप उठी। इसकी तपिश इतनी तेज थी कि तीन कर्मचारी झुलस गए। इनमें रजनीश गुप्ता भी था। सबसे करीब रजनीश था,जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान गुरुवार की सुबह रजनीश की मौत हो गई। अन्य दो कर्मचारियों को मामूली चोटें आई हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है।

पहले भी बदइंतज़ामी से कई हादसे

4 महीने पहले सिलतरा के स्टील प्लांट में टायर में हवा भरने के दौरान एयर प्रेशर में आई गड़बड़ी की वजह से 2 कर्मचारियों की मौत हो गई थी । इससे पहले पिछले साल सार्थक टीएमटी में भी हादसा हुआ पिघला हुआ लोहा कर्मचारियों पर गिरा जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 6 कर्मचारी घायल हो गए थे। उरला और सिलतरा इलाके में मौजूद स्टील और टीएमटी यूनिटों में इसके बाद भी सुरक्षा मानकों को लेकर किसी तरह की कोई जांच या कार्रवाई नहीं हुई। बीते एक साल में इसी तरह के हादसों में 5 कर्मचारियों की मौत हुई, लेकिन कभी कंपनी प्रबंधन के किसी कर्मचारी या जिम्मेदार सुरक्षा अधिकारी या कंपनी के मालिकों को न ताे पकड़ा गया और न कोई कार्रवाई हुई।