कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव : राहुल नहीं पर उनकी पसंद नापसंद का रखा जायेगा ख्याल
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव : राहुल नहीं पर उनकी पसंद नापसंद का रखा जायेगा ख्याल

राजस्थान-गुजरात समेत 9 राज्यों का राहुल को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव, 19 अक्टूबर को मिलेगा कांग्रेस को नया अध्यक्ष, नोटिफिकेशन कल जारी होगा

टीआरपी डेस्क। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर दिल्ली में हलचल शुरू हो गई है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत आज सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। वहीं, सांसद शशि थरूर सुबह कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और सेंट्रल इलेक्शन ऑथोरिटी से मुलाकात की। पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेता अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं।

कांग्रेस में नए अध्यक्ष के नामों को लेकर सियासी अटकलें तेज हैं। इसी बीच पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा- राहुल गांधी नामांकन के दौरान भारत जोड़ो यात्रा पर रहेंगे और वे दिल्ली नहीं जाएंगे। रमेश के इस बयान के बाद यह तय हो गया है कि राहुल पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान नहीं संभालेंगे। इधर राहुल कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनेंगे:जयराम रमेश बोले वो 30 सितंबर तक यात्रा पर हैं।

ऐसे में एक बात साफ नज़र आने लगी है कि राहुल तय कर चुके हैं की इस बार कोई गैर गांधी परिवार ही पार्टी की कमान सम्हाले। हालाकि उनकी पसंद-नापसंद का भी ख्याल रखा जरूर जायेगा। राहुल अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कहा था कि मैंने इस पर अपना फैसला कर लिया है, मेरे मन में अब कोई भ्रम नहीं है। अगर मैं चुनाव नहीं लड़ा, तो आपको इसकी वजह भी बता दूंगा। राजस्थान-गुजरात समेत 9 राज्यों का राहुल को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव है।

19 अक्टूबर को नया अध्यक्ष, नोटिफिकेशन कल होगा जारी

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 19 अक्टूबर को काउंटिंग। चुनावी शेड्यूल के मुताबिक 22 सितंबर को चुनाव संबंधी नोटिफिकेशन जारी होगा। 24 सितंबर से 30 सितंबर तक नॉमिनेशन किया जा सकेगा। हालांकि अगर अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ एक उम्मीदवार होता है तो ऐसी स्थिति में रिजल्ट की घोषणा 30 सितंबर को ही की जा सकती है।

वरिष्ठ नेताओं का है यह कहना

चेयरमैन, कांग्रेस इलेक्शन कमेटी मधुसूदन मिस्त्री के मुताबिक 10 डेलीगेट्स का समर्थन लेकर कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष के लिए नामांकन दाखिल कर सकता है। अशोक गहलोत अगर नामांकन करना चाहेंगे तो वे सीएम पद पर रहकर भी पर्चा दाखिल कर सकते हैं। कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल का कहना है कि कांग्रेस में चुनाव लड़ने के लिए पार्टी के सभी प्रतिनिधि स्वतंत्र हैं। संगठन के कुछ काम बाकी थे, इसलिए मैं सोनिया जी से मिलने आया था। सोनिया जी ने सही तरीके से चुनाव कराने के लिए कहा है।