ED Red in CG - नौकरशाह, कोल , माइनिंग, कांट्रेक्टर और ट्रांसपोर्टर टार्गेटेड
ED Red in CG - नौकरशाह, कोल , माइनिंग, कांट्रेक्टर और ट्रांसपोर्टर टार्गेटेड

विशेष संवादाता, रायपुर

छत्तीसगढ़ के रायगढ़, रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, महासमुंद और दुर्ग-भिलाई जिले में ईडी का छापा पड़ा है । इन प्रमुख शहरों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी मंगलवार की देर रात धावा बोले। ईडी की टीम का नेतृत्व अनुज शर्मा कर रहे हैं। उनके साथ ईडी के अलावा सीआरपीएफ बल के करीब 100 जवान भी हैं। रायपुर और फिर महासमुंद में ही सबसे ज्यादा जगहों पर जांच की जा रही है।

तीन आईएएस अफसरों समेत कोयला, खदान, कांट्रेक्टर और बड़े ट्रांसपोर्ट करतोबरियों के घर-दफ्तर और उनके सीए को भी जांच घेरे में ईडी ने लिया है। सुबह 4 बजे से टीम ने जांच शुरू किया है जो समाचार लिखे जाने तक चल रही है। एक ही वक्त पर ईडी के अधिकारी 10 से ज्यादा जगहों पर अलग-अलग टीम बनाकर कार्रवाई कर रहे हैं। जिन जगहों पर छापा मारा गया है उनमें कारोबारी और CA शामिल हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र पर तंज कस्ते हुए कहा है कि छापे डराने की कोशिश है। उन्होंने कहा,यह आखिरी नहीं है। चुनाव तक ये बार-बार आएंगे।अधिकारियों और कारोबारियों के घरों में दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है। इन अधिकारियों और कारोबारियों को लेकर ईडी को करोड़ों रुपए के अवैध लेनदेन की सूचना मिली थी। इसी संबंध में जांच की जा रही है।

कोरबा में व्यापारियों के घर खंगाले जा रहे हैं दस्तावेज

कोरबा के ट्रांसपोर्ट नगर और अग्रसेन मार्ग पर तीन व्यापारियों के ठिकानों में ED की टीम ने दबिश दी है। पुलिसकर्मियों को घर और कार्यालय के पास तैनात किया गया है। आरकेटीसी कंपनी के दफ्तर, ट्रांसपोर्टर राजकुमार अग्रवाल के घर और दफ्तर और कोल व्यवसायी संजय जायसवाल के घर पर कार्रवाई चल रही है। बता दें कुछ दिन पहले इसी के दफ्तर में गोली भी चली थी।

करोड़ों के लेनदेन के इनपुट पर कार्रवाई

कुछ नेताओं के करीबी लोगों के ठिकानों पर भी दबिश की खबर है। कोल माइनिंग और कंस्ट्रक्शन से जुड़े कारोबारियों के घरों पर प्रवर्तन निदेशालय का छापा पड़ा है। अधिकारियों को इन संबंधित लोगों के पास से करोड़ों के अवैध लेनदेन का इनपुट मिला था। इसी की जांच की जा रही है। संबंधित लोगों के हिसाब किताब की पूरी फाइल भी सीए लोगों से तालाब की गई है।

तीन की गिरफ़्तारी का मचता रहा हल्ला

देर शाम जांच के दायरे में आए 4 प्रशासनिक अधिकारियों में से 2 और एक कारोबारी को गिरफ्तार करने की खबर चर्चा में थी। ईडी द्वारा गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ एफआईआर का हल्ला मचा। फ़िलहाल इस चर्चा में कितनी सच्चाई थी यह खुलासा अब तक नहीं हुआ है। ईडी टीम रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू और उनके पति आईएएस अधिकारी जेपी मौर्या से भी पूछताछ की है। बताते हैं की दोनों पर माइनिंग सम्बन्धी डीलिंग में नाम उछलने के बाद कार्रवाई की गई है। इसी तरह सूर्यकान्त तिवारी, उनके परिवार के सदस्यों और करीबी मित्रों समेत सीए भी ईडी के शिकंजे में हैं। कोल और ट्रांसपोर्टिंग से लेकर लेव्ही वसूली की खबर के बाद से ही वे आईटी और अब ईडी की लिस्ट में हैं।

ईडी के घेरे में इनका नाम

ईडी की टीम ने आज सुबह से कुछ कारोबारियों, नेताओं और आईएएस अधिकारियों के ठिकानों पर रेड की है। जिनके यहां आईडी की टीम ने दबिश दी है उनमें कोयला कारोबारी सूर्य कांत तिवारी, महासमुंद में रहने वाले उनके ससुर और पूर्व कांग्रेसी विधायक अग्नि चंद्राकर, रायगढ़ कलेक्टर आईएएस रानू साहू, बादल मक्कड़, सनी लुनिया, अजय नायडु के घरों और प्रतिष्ठानों पर छापामार कार्यवाही की है। आईएएस जेपी मौर्य और समीर बिश्नोई के यहां भी कार्रवाई चल रही है। सीए विजय मालू देवेन्द्र नगर रायपुर, सौम्या चौरसिया भिलाई, नवनीत तिवारी रायगढ, प्रिंस भाटिया, सीए सुनील अग्रवाल समेत दुर्ग में भी उक्त लोगो के संबंधितों के यहाँ भी पड़ताल की गई है।