संदीप पाठक

रायपुर। छत्तीसगढ़ में लॉ एंड ऑर्डर ध्वस्त हो चुका है। ऐसा नहीं है कि पहले यहां कानून व्यस्था अच्छी थी। मगर अब धीरे-धीरे और भी ज्यादा लचर होते जा रही हैं। यह कहना है छत्तीसगढ़ प्रवास पर पहुंचे राज्य सभा सांसद संदीप पाठक का। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी गुजरात में चुनाव लड़ रही है हिमाचल में चुनाव लड़ रही है।

इस दौरान उन्होंने दावा किया है कि गुजरात में अभूतपूर्व नतीजे आने वाले हैं। जो आज तक किसी ने सोचा भी नहीं होगा। हिमाचल प्रदेश में भी बहुत अच्छे नतीजे आने वाले हैं। छत्तीसगढ़ के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यहां पर संगठन बनाने का काम चल रहा है। पहले जिला लेवल और विधानसभा लेवल के बाद अब धीरे से गांव के लेवल पर पार्टी काम करेगी।

स्कूल और अस्पताल से ही शुरू होते हैं मुद्दे

उन्होंने आगे कहा कि आप पूरे देश में कहीं भी चले जाइए देश को अगर इंग्लैंड, अमेरिका, स्विजरलैंड जैसे विकसित देशों की तरह बनाना है तो आपको समझना पड़ेगा कि मेन मुद्दे स्कूल और अस्पताल से ही शुरू होते हैं। असली मुद्दे यहीं से शुरू होते हैं और उसके बाद फिर गुड गवर्नेंस आता है।

ईडी की सरकार है भाजपा

अभी जो सरकार है वह ईडी की ही सरकार है। इस संबंध में मैं कुछ ज्यादा नहीं कहना चाहूंगा न्याय प्रक्रिया अपने हिसाब से काम करती है। भारतीय जनता पार्टी का अंत समय आ चुका है इस कारण बौखलाहट में पार्टी गलत निर्णय ले रही है। दिल्ली में सत्येंद्र जैन को इन्होंने अंदर करके रखा है। मनीष सिसोदिया के खिलाफ बार-बार सीबीआई में इंक्वायरी चल रही है। उनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। गुजरात चुनाव में भाजपा को हार मिलने वाली है। गुजरात में आम आदमी पार्टी बेहद मजबूत है। आप फोन करके किसी से भी पूछ लीजिए वहां भाजपा नेताओं के पसीने छूट रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में पार्टी तय करेगी चेहरा

छत्तीसगढ़ में 2023 में चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ में आप पार्टी का चेहरा कौन होगा यह पार्टी ही तय करेगी। हम राजनीति करने नहीं राजनीति को बदलने आए हैं। अगर हमें देख कर दूसरी पार्टी बेहतर ढंग से काम करती है तो यह बहुत अच्छी बात है। बीजेपी और कांग्रेस को मिला लो बाकी पार्टी भी अगर सारे स्कूल कॉलेज अच्छे करने लग गए गुड गवर्नेंस देने लग गए तो हमें जरूरत नहीं है इन सभी में पढ़ने का प्रॉब्लम में पड़ने की। मगर कॉपी कॉपी होता है ओरिजिनल ओरिजिनल होता है। अब जनता को तय करना है कि उनको क्या चाहिए।

गांव में भी खोले जाएं स्वामी आत्मानंद स्कूल

पहली बार इस देश की राजनीति में ऐसा हुआ है कि मुद्दे और एजेंडा हम सेट कर रहे हैं। बाकी पार्टियां हमें पीछे से फॉलो कर रही है। आप देखे होंगे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी स्कूल जाना शुरू किए हैं। बहुत अच्छी बात है हमारे प्रधानमंत्री जा रहे हैं। सारे मुख्यमंत्री भी जाएं स्कूलों का दौरा करें। गांव में भी स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले जाएं।

दोनों ही पॉलिटिकल पार्टी हुई फेल

स्वामी आत्मानंद स्कूल के नाम पर छत्तीसगढ़ में बहुत घपले बाजी हुई है। दिखावे के लिए बिल्डिंग बना दिए हैं। महज बिल्डिंग बनाने से एजुकेशन इंप्रूव नहीं होता है। बिल्डिंग तो कोई भी बना सकता है बिल्डिंग एक पैरामीटर होता है जैसे बहुत सारे पैरामीटर है तो मेरा मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा मैं बहुत छोटा हूं और हमारी पार्टी भी बहुत छोटी है। हम कोशिश कर रहे हैं बहुत अच्छा करने की। सभी यंग पॉलीटिशियन से मेरा निवेदन है कि आप सारे अच्छे काम करो। अगर सभी अच्छा काम करते हैं तो हमें जरूरत नहीं है चुनाव में आने की। जनता अन्य विकल्प को तभी चुनती है जब वो निराश हो जाती है। आज यह दोनों ही पॉलिटिकल पार्टी फेल हो चुकी हैं। इन्होंने अपने घर भरे रखे हैं यह तो पास हो गए लेकिन देश को और जनता को फेल कर दिया है।