PM मोदी आज गुजरात को देंगे अच्छे स्वास्थ्य की बड़ी सौगात, PMJAY-MA योजना आयुष्मान कार्ड वितरण का करेंगे आरंभ
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 देश की एकता और अखंडता के लिए बेहतर होनी चाहिए राज्यों की कानून व्यवस्था- पीएम मोदी


नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन को संबोधत किया । स्टेट्स होम मिनिस्टर्स की इस बैठक को चिंतन शिविर नाम दिया गया है, जिसमें गुरुवार को जहां अमित शाह ने संबोधित किया, वहीं आज इस सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से संबोधित किया ।  पीएम मोदी ने कहा कि संविधान में भले कानून और व्यवस्था राज्यों का दायित्व है, लेकिन ये देश की एकता-अखंडता के साथ भी उतने ही जुड़े हुए हैं । हर एक राज्य एक दूसरे से सीखे, एक दूसरे से प्रेरणा लें और देश की बेहतरी के लिए काम करे, यह संविधान की भी भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व भी है ।


दरअसल, सूरजकुंड में आयोजित इस चिंतन शिविर में सभी राज्यों के गृह मंत्री शामिल हुए । इतना ही नहीं, राज्यों के गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के महानिदेशक भी इस सम्मेलन का हिस्सा हैं । अधिकतर राज्यों में गृह विभाग राज्यों के मुख्यमंत्रियों के पास है । अधिकारियों ने बताया कि इस ‘चिंतन शिविर’ का उद्देश्य ‘विजन 2047’ और ‘पंच प्रण’ को लागू करने के लिए खाका तैयार करना है, जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से की थी ।
किन मसलों पर आज है चर्चा


अधिकारियों की मानें तो ‘चिंतन शिविर’ में साइबर अपराधों के प्रबंधन के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र के विकास, पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, आपराधिक न्याय प्रणाली में सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल में वृद्धि, महिला सुरक्षा, तटीय सुरक्षा, भूमि सीमा प्रबंधन और अन्य आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की गई । अधिकारी ने बताया कि ‘2047 तक विकसित भारत’ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए ‘नारी शक्ति’ की भूमिका महत्वपूर्ण है और महिलाओं की सुरक्षा और उनके लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने पर विशेष जोर दिया जाएगा।


क्या है सम्मेलन का उद्देश्य
सम्मेलन का उद्देश्य उपरोक्त क्षेत्रों में राष्ट्रीय नीति निर्माण और बेहतर योजना एवं समन्वय की सुविधा प्रदान करना भी है । एक अन्य अधिकारी ने बताया कि ‘चिंतन शिविर’ में छह सत्रों में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।  शिविर के पहले दिन होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, आग से सुरक्षा और शत्रु संपत्ति आदि कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया । वहीं, दूसरे दिन साइबर सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी, महिला सुरक्षा और सीमा प्रबंधन जैसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई ।