रायगढ़। शहर के युवा व्यवसायी मयंक मित्तल की आत्महत्या के मामले में नागरिकों के विरोध के बाद पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और 4 आरोपियों के खिलाफ नामजद अपराध दर्ज किया। इस मामले में 3 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं।

सट्टे के फेर में कर्ज में डूबे युवा व्यवसायी द्वारा उधार की रकम देने वालों की ओर से परेशान करने के चलते आत्महत्या कर लिए जाने के इस मामले की मॉनिटरिंग
एसपी अभिषेक मीना स्वयं कर रहे थे। परिजनों के बयान के बाद टीआई कोतवाली शनिप रात्रे द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए मर्ग जांच उपरांत मयंक मित्तल को रूपयों के लिये धमकी देने वाले आरोपी करण अग्रवाल उर्फ करण चौधरी , शहबाज, धर्मेन्द्र, अफजल व अन्य के विरूद्ध धारा 352, 384, 306, 34 IPC के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उनकी खोजबीन शुरू की गई।
SP अभिषेक मीना के मुताबिक कोतवाली पुलिस मृतक का मोबाइल जप्त कर मोबाइल में सेव कॉल रिकार्ड और मृतक व आरोपियों के बैंक अकाउंट की जांच कर रही है। मामले में संलिप्त अन्य आरोपियों पर जल्द कार्रवाई हो सकती है ।
वसूलीबाजों से परेशान था मयंक
इस घटना की जांच के दौरान FIR दर्ज करने वाले अजय मित्तल, मृतक की पत्नी, मां व गवाहों का कथन लिया गया। बयां में यह सामने आया कि मयंक मित्तल (मृतक) ने इन्हें बताया था कि वह मई माह में आईपीएल क्रिकेट सट्टा व जुआ खेलते हुए करीब 50-60 लाख रूपये हार गया था, सट्टे -जुआ के उधारी पैसे के लिए करण चौधरी व शहबाज खान बार-बार उसे फोन करते थे और वे घर के अंदर भी जबरन घुसकर धमकी देते थे, और बार-बार रूपयों के लिये तगादा करते थे। इसी तरह धर्मेन्द्र, अफजल और कुछ अन्य व्यक्ति भी सट्टा व जुआ खेलने से हारे पैसे के वसूली के लिए तगादा कर धमकी देते थे, जिससे परेशान व प्रताड़ित होकर मयंक ने अपने घर के गोदाम में फांसी लगाकर जान दे दी।

पुलिस ने इन्हें किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में आरोपी करन अग्रवाल उर्फ करण चौधरी पिता संजय चौधरी, मो.अफजल पिता मो. इजराइल, धर्मेन्द्र शर्मा पिता स्व. देवी प्रसाद शर्मा को हिरासत में लिया है, जिन्हें गिरफ्तार कर ज्युडिसियल रिमांड पर भेजा जा रहा है। मृतक की पत्नी से मृतक मयंक मित्तल का मोबाइल जप्त किया गया है जिसमें सुरक्षित रखे वाइस रिकार्ड की जांच के साथ आरोपियों का बैंक अकाउंट होल्ड कर मृतक व आरोपियों का विगत माह के लेन-देन की जानकारी ली जा रही है।
गौरतलब है कि मृतक मयंक की अंतिम यात्रा के दौरान शहर के नागरिकों ने सटोरियों और वसूलीबाजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया था। जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटों के भीतर इस मामले के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्राम, कू और वॉट्सएप, पर…