रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के दौरान साइंस कॉलेज मैदान में लगे एक स्टॉल में कदम अचानक से रूक जाते हैं। जब दुकान में दिखता है गोबर से बना प्राकृतिक पेंट। दरअसल गोबर से बने पेंट की जब हम बात करते हैं तो सबसे पहले गोबर के गंध की याद आती है। मगर हम आपको बता दें कि इसकी महक गोबर की तरह जरा भी नहीं है। किसी साधारण से पेंट की तरह यह कई रंगों में भी उपलब्ध है।
जानें कैसे बनता है गोबर से पेंट
यह पेंट हीरापुर में लक्ष्मी ऑर्गेनिक, गौठान समिति और नगर निगम के संयोजन से बनाया रहा है। यह पेंट खास इसलिए है क्योंकि इसके निर्माण में नेचरल चीजों का उपयोग किया जा रहा है।
एक रिसर्च के मुताबिक मार्केट में अवलेबल 72 फीसदी पेंट सांस की बीमारियों के कारक है। मगर गोबर से बने इस पेंट में सारी चीजे प्राकृतिक होने के कारण यह सेहत को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाता।
यह पेंट एंटी फंगल, एंटी बैक्टेरियल होने के साथ-साथ घर की दीवारों को बाहर के तापमान से 2-3 डिग्री ठंडा भी रखता है। यह पेंट मार्केट में मिलने वाले पेंट की क्वालिटी में जरा भी कम नहीं है। साथ ही यह 5 साल की ड्यूरेबिलिटी के साथ भी आता है।
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