टीआरपी डेस्क। कुछ दिनों पहले ही यूनिलीवर यूनाइटेड स्टेट्स ने अमेरिका के बाजारों से ट्रेसमे और डोव ड्राई शैंपू ऐसे ही कुछ अन्य प्रोडक्ट्स को बाजार से वापस ले लिया गया।

इनमें बेंजिन ज्यादा होने की वजह से कंपनी ने ये फैसला लिया। बेंजिन की मात्रा तय मानक से अधिक होने से कैंसर का खतरा रहता है। इस खतरे को देखते हुए कंपनी ने यह कदम उठाया गया था। लेकिन बाजारों में मौजूद 70 फीसदी ड्राई शैंपू में अभी भी कैंसर कारक केमिकल मौजूद हैं। यह खुलासा एक नई रिसर्च में किया गया है।
स्टडी में बताया गया है कि दुकानों पर मिलने वाले 10 में से सात ड्राई शैंपू में कैंसर पैदा करने वाले रसायन की मात्रा अधिक है। लैब ने सीवीएस, वालग्रीन्स और अमेज़ॅन जैसे ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं द्वारा बेचे गए 148 विभिन्न प्रोडक्ट्स के सैंपलों की जांच की है, जिसमें पता चला है कि इनमें 70 फीसदी प्रोडक्ट्स में बेंजिन मौजूद है, जिससे ब्लड कैंसर हो सकता है।
बेंजिन की छोटी मात्रा से भी खतरा
एफडीए का कहना है कि यह निर्माताओं की जिम्मेदारी है कि वे अपने उत्पादों में बेंजिन के स्तर की निगरानी करें। पर्यावरण संरक्षण एजेंसी ने चेतावनी दी है कि केवल 0.4ppm बेंजीन से आपका जोखिम बढ़ जाता है, जिसके परिणामस्वरूप ल्यूकेंमिया यानी, ब्लड कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। ड्राई शैंपू का काफी समय से यूज कर रहे लोगों को इसका ज्यादा खतरा है।
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