भारतीय निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए तारीख का एलान कर दिया है। इस सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और इसका नतीजा 8 दिसंबर को जारी किया जाएगा। बता दे की छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहब कंगाले ने शनिवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया, इस सीट के लिए 256 मतदान केंद्र बनाये गये हैं। जहां एक लाख 97 हजार 535 मतदाता अपने वोट डालेंगे। यहां 69 केंद्र नक्सल प्रभावित इलाकों में हैं।

हालांकि आयोग ने अभी तक यहां पर मतदान का समय तय नहीं किया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहब कंगाले ने बताया, अभी वहां की सुरक्षा स्थितियों की समीक्षी की जानी है। उसके बाद मतदान का समय तय कर दिया जाएगा। यह समय 10 नवम्बर को जारी चुनाव की अधिसूचना के साथ घोषित किया जाना है।

साल 2018 में भानुप्रतापपुर की ऐसी थी स्थिति

छत्तीसगढ़ में साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भानुप्रतापपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मनोज सिंह मंडावी ने कुल 72520 वोट पाकर बड़ी जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार देव लाल दुग्गा को बड़े अंतर से हराया था, बीजेपी उम्मीदवार को इस चुनाव में 45827 वोट मिले थे। इस सीट पर उस समय वोटर्स की संख्या 190499 थी, जिसमें से कुल 147789 मतदाताओं ने वोट डाला था। भानुप्रतापपुर सीट पर साल 2018 के उपचुनाव में कुल 8 उम्मीदवार मैदान में थे और सीट का वोट प्रतिशत टोटल 77.58 था।

इस बार वोटर्स की स्थिति

निर्वाचन नामावली के मुताबिक कुल मतदाताओं में से 18-19 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 3 हजार 490 है। जिनमें एक हजार 840 पुरुष और एक हजार 650 महिलाएं हैं। यानी ये लोग पहली बार वोट डालने वाले हैं। इस क्षेत्र में 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या एक हजार 875 है। जिनमें 640 पुरुष और एक हजार 235 महिलाएं हैं। यहां सेवा मतदाताओं की संख्या 548 है। जिनमें 529 पुरूष तथा 19 महिला मतदाता है। बता दे की इस बार कोरोना संक्रमित लोग भी मतदान कर पाएंगे। उनके लिए आखरी के एक घंटा रखा गया है ,जिसमें कोरोना संक्रमित लोग आसानी से वोट दाल पाएंगे।

ऑनलाइन भी हो सकता है नामांकन

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया, उम्मीदवारों को इस बार ऑनलाइन नामांकन और जमानत राशि जमा करने की सुविधा होगा। बस इस नामांकन फॉर्म का प्रिंटआउट और संबंधित दस्तावेज हार्डकॉपी में निर्वाचन अधिकारी को देना होगा।अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट होने की वजह से जमानत राशि के तौर पर केवल पांच हजार रुपए जमा कराया जाएगा। नामांकन के समय उम्मीदवार के साथ केवल चार व्यक्ति रिटर्निंग ऑफिसर के कक्ष में प्रवेश कर सकते हैं। इसके लिए अधिकतम तीन वाहनों का इस्तेमाल किया जा सकता है। वही आयोग ने बताया की चुनाव में 40 लाख रूपए तक खर्च कर सकते है।