KALNGA

रायपुर। कानूनी सहायता को और अधिक सुलभ बनाने और छात्रों को उनकी सामाजिक जिम्मेदारी के बारे में जागरूक करने के लिए, कलिंगा विश्वविद्यालय ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायपुर (डीएलएसए) के सहयोग से एक कानूनी सहायता क्लिनिक शुरू किया है जिसका उद्घाटन 3 नवम्बर को आयोजन किया गया। यह क्लिनिक जरूरतमंद लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करके शिकायतों को हल करने के लिए एकल खिड़की सुविधा के रूप में कार्य करेगा।

लीगल एड क्लिनिक का उद्घाटन रायपुर परिसर के कलिंग विश्वविद्यालय में किया गया। इस अवसर पर डीएलएसए रायपुर के सचिव माननीय प्रवीण मिश्रा भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर डेढ़ बजे विधि संकाय की सहायक प्रोफेसर सुश्री हरलीन कौर और सुश्री शिवांगी त्रिपाठी ने किया। यह आयोजन मुख्य रूप से न्याय बंधु योजना के बारे में जागरूकता लाने पर केंद्रित था ,सभा को संबोधित करते हुए सचिव श्री प्रवीण मिश्रा ने कहा कि विधिक सहायता केन्द्र का उद्देश्य जरूरतमंदों को निशुल्क सलाह और कानूनी सेवाएं प्रदान करना है।

कलिंगा विश्वविद्यालय जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। कानूनी सहायता क्लिनिक नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने और उन्हें कानूनी परामर्श और मदद लेने के लिए वन-स्टॉप सेंटर प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।नए कानूनी सहायता क्लिनिक के तहत, संकट में लोगों को परामर्श प्रदान किया जाएगा और राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण (नालसा)/डीएलएसए की विभिन्न योजनाओं पर कानूनी सहायता, सलाह और जानकारी, मुफ्त कानूनी सहायता और अन्य शिकायतें दी जाएंगी। अंत में धन्यवाद ज्ञापन विधि संकाय की सुश्री कृतिका मिश्रा ने किया।

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