नई दिल्ली। आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले और इसमें संलिप्त लोगों पर शिकंजा कसने के लिए एनआईए लगातार छापेमारी कर रही है। एनआईए  ने गैंगस्टर-आतंकवादी सांठगांठ मामले की जांच के तहत दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में 20 स्थानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। लॉरेंस बिश्नोई, नीरज बवाना और टिल्लू ताजपुरिया सहित छह गैंगस्टरों से पूछताछ के बाद आतंकवाद-रोधी एजेंसी की कार्रवाई सामने आई है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गैंगस्टर-आतंकवादी सांठगांठ मामले की जांच के तहत दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में 20 स्थानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। लॉरेंस बिश्नोई, नीरज बवाना और टिल्लू ताजपुरिया सहित छह गैंगस्टरों से पूछताछ के बाद आतंकवाद-रोधी एजेंसी की कार्रवाई सामने आई है।
एनआईए सूत्रों के मुताबिक, छह गैंगस्टरों से पूछताछ के दौरान कई और गैंगस्टर्स के नाम सामने आए थे।

एनआईए पूछताछ किए गए गैंगस्टरों के घरों और उनसे और उनके सहयोगियों से जुड़े अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। सूत्रों ने कहा कि गैंगस्टरों के दूसरे देशों में विश्वसनीय संपर्क थे। उन्होंने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई और बवाना गैंग के नाम पर भारत में आतंक के लिए काफी फंडिंग है। उन्होंने कहा कि एनआईए ने अब तक गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत गिरफ्तार किए गए सभी गैंगस्टरों से पूछताछ के आधार पर पाकिस्तान-आईएसआई और गैंगस्टर गठजोड़ के बारे में जानकारी एकत्र की थी।

केंद्रीय जांच एजेंसी यह पता लगा रही है कि देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कैसे गैंगस्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। एनआईए सूत्रों के मुताबिक, गैंगस्टर-टेरर फंडिंग मामले में एजेंसी अब तक दो दौर की छापेमारी कर चुकी है. इससे पहले एनआईए ने इस मामले में दो दौर की छापेमारी में 102 जगहों पर छापेमारी की थी।