CG. By-Election Polling Completed - 2018 में 77.25% तो उपचुनाव में 71.74%
CG. By-Election Polling Completed - 2018 में 77.25% तो उपचुनाव में 71.74%

विशेष संवादाता, रायपुर

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में हुए मतदान के अंतिम आंकड़े सामने आ गए हैं। सुबह 7 बजे से शुरू हुए मतदान में शाम तक 71.74 प्रतिशत वोट पड़े हैं और अब मतदान खत्म हो गया है। इसके साथ ही भाजपा-कांग्रेस समेत सभी उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई और अब 8 दिसंबर को मतगणना होगी।

मतदान दल सीलबंद ईवीएम मशीन को स्ट्रांग रूम में जमा करेंगे। इसके लिए 256 मतदान केंद्रों से मतदान दलों का कांकेर में स्ट्रांग रूम पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। स्ट्रांग रूम के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

40 दल लौटे स्ट्रांग रूम

वहीं नक्सल प्रभावित इलाकों से सभी मतदान दल सुरक्षित इलाकों में पहुंच गए हैं। देर रात बाकी बचे सभी टीमों की वापसी होगी। अब तक करीब 40 दल लौट चुके हैं। मतदान दलों के सुरक्षित इलाकों में पहुंचने की पुष्टि एसपी शलभ सिन्हा ने की।

बनाए गए थे 256 मतदान केंद्र

उपचुनाव में पूरे विधानसभा क्षेत्र में 256 मतदान केंद्र में बनाए गए थे। इनमें नक्सल प्रभावित क्षेत्र भी शामिल थे। उप चुनाव को लेकर मतदाताओं का उत्साह सुबह से ही दिखाई देने लगा। सुबह 7 बजे से शाम तक मतदान हुआ। सुबह 9 बजे तक 9.89 प्रतिशत मतदाता, 11 बजे तक 31.27 प्रतिशत और दोपहर 1 बजे तक 50.83 प्रतिशत, दोपहर 3 बजे तक 64.86 प्रतिशत और आखिरी शाम तक 71.74 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

ऐसा रहा है यहां मतदान का ट्रेंड

निर्वाचन आयोग के मुताबिक इस सीट पर हर बार 70-80% मतदान होता है। 2018 के विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र में 77.25% मतदान हुआ था। जबकि विधानसभा निर्वाचन 2013 में इस क्षेत्र मे 79.26% लोगों ने मतदान किया था। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी इस क्षेत्र से 71.09% मतदान हुआ था।

वजूद से लेकर अब तक सियासत

1962 में पहली बार भानुप्रतापपुर का विधानसभा क्षेत्र घोषित किया गया। पहले चुनाव में निर्दलीय रामप्रसाद पोटाई ने कांग्रेस के पाटला ठाकुर को हराया। 1967 के दूसरे चुनाव में प्रजा सोसलिस्ट पार्टी के जे हथोई जीते। 1972 में कांग्रेस के सत्यनारायण सिंह जीते। 1979 में जनता पार्टी के प्यारेलाल सुखलाल सिंह जीत गए। 1980 और 1985 के चुनाव में कांग्रेस के गंगा पोटाई की जीत हुई। 1990 के चुनाव में निर्दलीय झाड़ूराम ने पोटाई को हरा दिया। 1993 में भाजपा के देवलाल दुग्गा यहां से जीत गए। 1998 में कांग्रेस के मनोज मंडावी जीते। अजीत जोगी सरकार में मंत्री रहे। 2003 में भाजपा के देवलाल दुग्गा फिर जीत गए। 2008 में भाजपा के ही ब्रम्हानंद नेताम यहां से विधायक बने। 2013 में कांग्रेस के मनोज मंडावी ने वापसी की। 2018 के चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की।