तस्करी

भानूप्रतापपुर। कांकेर जिले के भानूप्रतापपुर क्षेत्र में वन विभाग की टीम ने एक पेंगोलिन के साथ बेरोजगार इंजिनियर समेत 5 तस्करों को गिरफ्तार किया है। साथ ही तस्करी में इस्तेमाल किए जाने वाले वाहन को भी जब्त किया गया है। इस मामले आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। संभवतः इस मामले में जांच के बाद गिरोह के और भी सदस्यों की गिरफ्तारी हो सकती है।

वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कोयलीबेड़ा इलाके से कुछ लोगों के द्वारा पेंगोलिन को तस्करी कर उसे बेचने का प्रयास किया जा रहा हैं। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने लगातार आरोपियों का पीछा करते हुए भानूप्रतापपुर के खण्डी नदी के पास एक कार क्रमांक एपी 39 एचबी 6634 से सवार 5 आरोपियों से जिंदा पेंगोलिन को जप्त किया। पकड़े गए लोगों में मुख्य आरोपी देवानंद कालीपद, राजेंद्र राजपूत धनवीर ये तीनो पालारास सुकमा निवासी है। आरोपियों में एक ने इंजीनियर, एक ड्राइवर है। कोयलीबेड़ा क्षेत्र के सहदु राम और उसकी पत्नी दसरी निवासी कुरुसबोडी है। जो देवानंद कालीपद के सास ससुर हैं।

पूछताछ में कुरुसबोडी के सहदु राम ने बताया पांच दिन पहले पेंगोलिन आया था जिसे पकड़कर रखा गया। उसके दामाद देवानंद निवासी सुकमा ने कहा कि इसे भानुप्रतापपुर तक पहुंचाना है। 10 हजार मिलेगा। इसे किसे बेचना है कितने में बेचना है इसकी जानकारी हमें नही थी।

गौरतलब है कि पैंगोलिन एक दुर्लभ जीव है, इसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बहुत मांग है। इसका बाजार मूल्य 12 से 15 लाख रुपए हो सकता है, इसका मांस एवं इसके शल्क का उपयोग दवा के लिए किया जाता है।

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