FRAUD

रायपुर। राजधानी के मुजगाहन स्थित एक्सिस बैंक ब्रांच में हुए घोटाले के बाद बैंक प्रबंधन ने मंडी बोर्ड को पूरी 30 करोड़ की रकम ब्याज के साथ लौटा दी है। वहीं दूसरी ओर मंडी बोर्ड प्रबंधन ने अपने खाते एक्सिस बैंक से बंद कर राष्ट्रीयकृत बैंक में खोल दिए हैं। इतने बड़े घोटाले में अब तक मंडी बोर्ड के किसी अधिकारी अथवा कर्मचारी की भूमिका सामने नहीं आ सकी है।

16 करोड़ रुपयों का हुआ था गबन

AXIS BANK की मुजगाहन शाखा में मंडी बोर्ड के फिक्सड और करंट एकाउंट मिलाकर 30 करोड़ जमा थे। इसी वर्ष AXIS BANK से 16 करोड़ रूपए गबन होने का मामला उजागर हुआ था। बैंक के तत्कालीन प्रबंधक और एक-दो कर्मियों ने अपने परिचितों से मिलकर रायपुर समेत देश के कई शहरों में रकम ट्रांसफर किये और विड्रॉल करा लिया।

10 की गिरफ्तारी 4 करोड़ की बरामदगी

AXIS BANK मामले में पुलिस ने अब तक 10 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे 4 करोड़ से अधिक की रकम बरामद भी की गई है। पुलिस के मुताबिक अभी 4-5 नामजद आरोपी और हैं, जिन्हें पकड़ा जाना है। वहीं अभी तक पूरे ट्रांजेक्शनका खुलासा नहीं हो पाया है। इसमें भी कई और संलिप्त होंगे।

मंडी कर्मियों की चल रही है जांच

इस घोटाले में मंडी बोर्ड के अधिकारियों-कर्मियों की संलिप्तता को लेकर भी जांच चल रही है। इसमें जांच का बिंदु यह है कि जब अकॉउंट से 4-5 किश्तों में 16 करोड़ निकाले गए तब मंडी बोर्ड प्रबंधन ने क्लेम क्यों नहीं किया। बोर्ड की तरफ से किसी ने भी इतनी बड़ी निकासी पर आपत्ति या बैंक से पूछताछ नहीं की। अगर वे अलर्ट होते तो आरोपियों के हौसले इतने बुलंद नहीं होते और वे इतनी बड़ी रकम निकाल पाने में सफल नहीं होते। वहीं मंडी बोर्ड के अधिकारियों ने निजी बैंक में खाते क्यों खुलवाए, यह भी सवाल उठ रहा है।

जानकारी मिली है कि पुलिस ने मंडी बोर्ड के एक-एक अधिकारी कर्मचारियों की हैडराइटिंग एक्सपर्ट से हस्ताक्षरों का परिक्षण कराया था। इनमें से किसी का मिलान नहीं हुआ, यानी डिपाजिटर और विड्रॉल दोनों के हस्ताक्षर अलग-अलग हैं। उधर मंडी बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि बोर्ड को, बैंक प्रबंधन ने करंट, एफडी एकाउंट की सारी रकम 30 करोड़ रूपए रिपेमेंट कर दिया है। इस घोटाले में बैंक कर्मियों की भी संलिप्तता रही है। पुलिस पूछताछ में बैंक मैनेजर ने भी यही बयान दिया था। इधर मंडी बोर्ड ने अपने सभी खाते बंद कर एक राष्ट्रीयकृत बैंक में खोल दिए हैं।

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