हेल्थ डेस्क। मखाने के बारे में हर कोई जानता है क्योंकि ये सालों से दुनिया भर में अलग-अलग रूप में खाया जा रहा है। पोषक तत्वों से भरपूर मखाना हमे कई तरह से फायदा पहुंचाता है। मखाना दरअसल कमल के फूल के बीज से बनता है जिस वजह से बहुत से लोग इसे फूल मखाना भी कहते हैं। देश के कई हिस्सों में कमल फूल के कई हिस्से बाज़ार में मिलते हैं जैसे कमल ककड़ी जो कि इसके पौधे का तना होता है और पानी के नीचे होता है। इसके अलावा पूजा में इसका फूल और पत्ता तो इस्तेमाल ही होता है। इन चीज़ों के अलावा एक और चीज़ जो कयी जगह बाज़ारों में मिलती है वो है कमल गट्टा।

इसी कमल गट्टे के बीजों को निकालकर, सुखाकर और रोस्ट करके बनता है मखाना। पिछले कुछ सालों में जबसे लोगों के बीच वीगन फूड और हेल्दी डाएट्स का ट्रेंड बढ़ा है तो मखाना भी एक पॉपुलर स्नैक बन कर उभरा है। अब बड़े बड़े ब्रैंड्स इसे अलग-अलग फ्लेवर में मार्केट में बेच रहे हैं। सिर्फ डाएट कॉन्शस और फिटनेस फ्रीक लोगों के लिए ही नहीं बल्कि सभी के लिए मखाना बहुत फायदेमंद है।

क्यों महंगे होते है मखाना

मखाने की कटाई में काफी मेहनत लगती है, साथ ही यह काम मुश्किल भी होता है, क्योंकि पौधों के नुकीले कांटे घायल कर देते हैं। कटाई तब शुरू होती है जब फूल खिलते हैं और बीज जमीन पर गिर जाते हैं। मखाने निकालने के लिए किसान को कीचड़ में उतरना पड़ता है। वह एक बांस को लेकर चलते हैं, ताकि कीचड़ को एक तरफ किया जा सके।

खेती में सबसे बड़ी समस्या पानी में घासपूस का प्रबंधन करना है। इसे हाथों से ही करना पड़ता है। मखानों को एक बर्तन में इकट्ठा किया जाता है और कुछ को वहीं छोड़ दिया जाता है, कमल के इन बीजों में से मखाने को निकालना भी एक कला है। एक किलो मखाने की कमीत 500 से 1500 रुपए के बीच है। जैसे कोयले की खान से निकलने वाले हीरे की कीमत ज़्यादा हो सकती है, ऐसी ही मखानों की कीमत भी ज़्यादा है।

मखाना खाने के फायदे

गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद

गर्भवती महिलाओं को अक्सर कई तरह की बीमारियों का खतरा बना रहता है। गर्भवस्था के दौरान इनका शरीर काफी कमज़ोर भी हो जाता है जिस वजह से शरीर में खून की कमी, हाथ-पैर में दर्द जैसी कई समस्याएं बनी रहती हैं। मखाना इन सब प्रॉब्लम्स से आराम दिलाता है। मखाने में फॉलिक एसिड, आयरन, ज़िंक और कैल्शियम जैसे कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो गर्भवती महिला के लिए बहुत लाभदायक हैं।

शरीर में खून की कमी पूरी करता है

मखाने में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो शरीर में खून बनाने में मदद करता है। यही वजह है कि मखाना शरीर में खून की कमी पूरी करने में बहुत सहायक है। मखाने को घी में फ्राय कर के नमक-कालीमिर्च के साथ खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।

सेहतमंद दिल के लिए

नियमित रूप से मखाने का सेवन करने से दिल स्वस्थ रहता है और इससे ब्लड प्रेशर भी नियंत्रण में रहता है। कम फैट कंटेंट की वजह से ये किसी भी तरह से दिल को नुकसान नहीं पहुंचाता है। इतना ही नहीं इसमें पाए जाने वाले एल्कलाइड्स और दूसरे पोषक तत्व हार्ट अटैक और इस तरह के दूसरे खतरों को रोकने में मदद करते हैं।

हड्डियों को मज़बूत बनाता है

मखाने में कैल्शियम और फॉस्फोरस दोनों ही काफी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो हड्डियों को स्वस्थ रखने और इनकी मजबूती के लिए बहुत ज़रूरी है। बच्चों और बूढ़ों को नियमित रूप से संतुलित मात्रा में मखाना देने से इनकी हड्डियां मजबूत होती हैं।

वजन घटाने में मदद करता है

मखाने में फैट कंटेंट नाममात्र का होता है जिसकी वजह से ये एक बहुत ही हेल्दी स्नैक है। जो लोग वज़न घटाने की कोशिश कर रहे हैं उनके लिए खाने के बीच में लगने वाली भूख के लिए मखाना बिल्कुल परफेक्ट स्नैक है। इसके अलावा मखाने में पाया जाने वाला इथनॉल वज़न बढ़ने वाले कारकों को भी रोकता है।

डायबिटीज़ के लिए फायदेमंद

सिर्फ वज़न कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए ही नहीं बल्कि मधुमेह यानि डायबिटीज़ के रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। दरअसल मखाने का ग्लायकेमिक इंडेक्स बहुत ही कम होता है जिस वजह से ये डायबिटीज़ से जूझ रहे लोगों के लिए भी एक परफेक्ट स्नैक है।अपने इसी गुण की वजह से ये शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है।

बढ़ती उम्र की निशानियों को रोकता है

मखाने में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं जो अच्छी और हेल्दी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद हैं। मखाने में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और एंटी-एजिंग प्रॉपर्टीज़ स्किन के फ्री रैडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं जो चेहरे पर बढ़ती उम्र की निशानियों के लिए ज़िम्मेदार हैं।