CG. Breaking, Ban On Polythene Bags Lifted- सिंगल यूज प्लास्टिक से जुड़े कारोबार में आएगा बूम
CG. Breaking, Ban On Polythene Bags Lifted- सिंगल यूज प्लास्टिक से जुड़े कारोबार में आएगा बूम

विशेष संवादाता, रायपुर

बीजेपी शासनकाल से सिंगल यूज़ पॉलिथीन कैरीबैग और उसके प्रोडक्ट बेचने पर प्रतिबंध लगाया गया था। इस नियम को कांग्रेस शासन काल में भी लागू रखा गया था, लेकिन पॉलीथिन उद्योग के बड़े कारोबार और उपभोक्ताओं के मद्देनज़र शासन ने इस प्रतिबन्ध को हटा लिया है। बाकायदा राजपत्र में भी तत्संबंध में आदेश जारी किया गया है। अब सिंगल यूज़ प्लास्टिक बैग और 60 जीसीएम वाला पैमाना परेशानी का सबब नहीं बनेगा।


बता दें कि महाराष्ट्र में भी 10 साल से प्रतिबन्ध था जिसे वहां की सरकार ने पिछले सप्ताह ही समाप्त किया है। जानकारी के मुताबिक 60 GCM और इससे अधिक GCM की पॉलीथिन प्रोडक्ट से छत्तीसगढ़ शासन ने भी प्रतिबन्ध हटा लिया है। गौरतलब है की NON WOVEN CARRY BAG की श्रेणि है।

इन्होंने बंद कर दिया पॉलीथिन बेचना

व्यापारी धीरे-धीरे सिंगल यूज पॉलिथीन कैरीबैग और उसके प्रोडक्ट बेचना कारोबारियों ने बंद तो कर दिया था। परंतु आनन-फानन में लिए गए फैसले के बाद कारोबार से जुड़े लोगों की महंगी मशीनें कंडम होने लगी थी, उल्टा उत्पादन प्रतिबंधित होने से सैकड़ों के सामने रोज़ी-रोटी का सवाल भी खड़ा हो गया था। व्यापारी सुनील के मुताबिक बैन होने के बाद से पॉलीथिन से जुड़े कोई भी प्रोडक्ट का काम नहीं किया है। थोक व्यवसायी ने किशोर ने भी पॉलिथीन बेचना बंद कर दिया। इसे लेकर स्टीकर भी लगा रहे है। काउंटर पर स्टीकर लगाने के बाद भी लोग पॉलीथिन बैग मांगते थे। अचानक कारोबार बंद होने से लाखों का तैयार माल भी डंप हो गया था। फिर इन्ही कारणों से कई तरह की व्यावहारिक दिक्कतें भी आईं।

बैन के बाद भी ऐसे होता था पॉलीथिन का उपयोग

छोटे व्यापारियों में विशेषकर फल, सब्जी, दूध वालों ने पॉलीथिन से दूरी नहीं बनाई। वे फल-सब्जी के लिए छोटी छोटी पॉलीथिन थैली का भरपूर उपयोग करते रहे। कुछ दूध-डेयरी वाले पुराने स्टॉक में रखे पॉलीथिन का उपयोग कर रहे है। दूध-दही, मट्ठा भरकर लोगों को दे रहे है। गुटखा पाउच, दूध, पैक्ड प्रोडक्ट और डिस्पोज़ल से पर्यावरण और नालियों में जाम, प्रतिबन्ध के बाद भी लग रहा था। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि प्लास्टिक यूज़ बैन करने के नियम का पुनः ठीक से अध्ययन कर लेना था।