इस्लामाबाद। श्रीलंका के बाद अब पड़ोसी देश से पाकिस्तान भी दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शाहबाज सरकार ने पाकिस्तान में आर्थिक आपातकाल घोषित कर दिया है।

प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने कहा कि देश में मौजूदा वित्तीय संकट और धन की भारी कमी के कारण, आर्थिक आपातकाल के निर्देश जारी करना आवश्यक हो गया है, अन्यथा आगे की वित्तीय तबाही से जनता के वेतन में रुकावट आ सकती है।
शाहबाज सरकार के मुताबिक इन निर्देशों का पालन हर सार्वजनिक और स्वायत्त संस्था और वितरण पर अनिवार्य होगा। पाकिस्तान के पास कुछ ही हफ्तों का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। इसके पास 6 अरब का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है। आर्थिक जानकारों के मुताबिक पाकिस्तान की हालत के लिए चीन का कर्ज जाल जिम्मेदार है।
शाहबाज शरीफ सरकार को 10 गज से ज्यादा आवासीय संपत्ति पर भी टैक्स लगाने की सलाह दी गई है। कुछ सलाहकारों का मानना है कि कार्य दिवसों की संख्या कम करके ईंधन और बिजली के कारण होने वाले आर्थिक बोझ से बचा जा सकता है।