लखनऊ। पिछले 30 दिनों में उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में ईसाई धर्म में जबरन धर्मांतरण के आरोपों से जुड़े सात अलग-अलग मामलों में करीब 31 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार सीतापुर, अंबेडकरनगर, कानपुर और रामपुर जिलों में केस दर्ज किये गये हैं। पुलिस ने दावा किया है कि सीतापुर के एक मामले के आरोपियों में से एक डेविड अस्थाना विदेशों में ऐसे लोगों के संपर्क में था जो अवैध धर्मांतरण में उसकी मदद कर रहे थे। सामूहिक धर्मांतरण समारोह आयोजित करने के लिए कानपुर और रामपुर में एक-एक पादरी को गिरफ्तार किया गया था। छह अन्य पर अंबेडकर नगर में दो अलग-अलग मामलों में मामला दर्ज किया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जबरन धर्मांतरण से जुड़े सभी मामलों की जांच डीएसपी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीतापुर, एन.पी. सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम, 2021 के तहत दर्ज सभी मामलों की अभी जांच की जा रही है और सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि, प्रलोभन देन और धर्मांतरण के लिए अवैध तरीके अपनाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम यह भी सुनिश्चित करते हैं कि पुलिस द्वारा किसी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं किया जाए।