नॉलेज डेस्क- सोते समय सपने देखना हमारे जीवन में सबसे रहस्यमय और रोमांचक अनुभवों में से एक होता है, इसलिए हम सपनों के मनोविज्ञान के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते है। आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए सपनों से जुड़े कुछ रोचक तथ्य लेकर आए है, जिनके बारे में आप लोग अभी तक अनजान है तो चलिए पढ़ते है सपनो से जुड़े कुछ रोचक तथ्य के बारे में…

1. हर इंसान सपने देखता है (अत्यधिक psychological disorder के मामलों को छोड़कर) अगर आपको लगता है कि आप सपने नहीं देखते हैं, तो इसका मतलब ये है कि आप अपने सपने भूल जाते हैं।

2. हम अपनी ज़िंदगी के लगभग 6 साल सपने देखने में बिता देते हैं।

3. एक रात में हम चार से सात सपने देख सकते हैं। औसतन हर रात हम एक से दो घंटे तक सपने देखते हैं।

4.हमारा दिमाग चेहरों का आविष्कार नहीं करता। अपने सपनों में हम केवल वही चेहरे देखते हैं, जिन्हें हमने पहले कहीं देख चुके होते है।

5. पुरुष और महिला अलग-अलग सपने देखते हैं। पुरुषों के सपनों में 70% चरित्र पुरुषों के ही होते हैं। जबकि महिलाओं के सपने में समान रूप से पुरुष और महिलायें शामिल होती हैं। इसके अलावा, सामान्यतः महिलाओं की तुलना में पुरुषों के सपनों में अधिक आक्रामक भावनाएं होती हैं।

6. जन्म से नेत्रहीन लोग सपने देखने के बजाय उसमें भावना, ध्वनि और गंध जैसी चीज़ें महसूस करते हैं। किसी व्यक्ति के जीवन में अंधेपन का समय उस व्यक्ति के सपने को प्रभावित कर सकता है।

7. जागने के 5 मिनट के भीतर हम अपने 50% सपने भूल जाते है और 10 मिनट के भीतर 90%। न्यूरोलॉजिस्ट सिगमंड फ्रायड का मानना ​​था कि सपने हमारे दबे हुए विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं और इसलिए हमारा मस्तिष्क उनसे जल्दी छुटकारा पाना चाहता है। हालाँकि, ऐसा है कि जैसे ही हम जागते हैं, हमारा दिमाग इस्तेमाल होने लगता है और इसलिए हम जो कुछ भी सपने में देखते हैं, उसे भूल जाते हैं।

8. अध्ययन अनुसार, 12% लोग पूरी तरह से black and white सपने देखते हैं। रंगीन टेलीविजन आने के पहले केवल 15% लोग सपने में रंग देख पाते थे। युवा लोगों की तुलना में बूढ़े लोग अक्सर black and white सपने देखते हैं।

9. शोध अनुसार बुरे सपने का कारण डर नहीं होता, बल्कि प्रायः उदासी, अपराधबोध और भ्रम की भावना होती है।

10. अवसाद ( depression ) से पीड़ित व्यक्ति सामान्य व्यक्ति की तुलना में 3 से 4 गुना अधिक सपने देखते हैं।

11. ऐसा कहा जाता है कि खर्राटे लेते समय सपने नहीं देखे जा सकते। लेकिन इसके समर्थन में अब तक कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

12. वैसे सपने हमारे व्यक्तिगत अनुभवों से प्रभावित होते हैं। फिर भी कई सपने सार्वभौमिक होते हैं अर्थात् कई सपने बहुत आम होते हैं, जो अक्सर लोग देखते हैं, जैसे किसी के द्वारा पीछा किया जाना, स्वयं पर हमला होना, गिरना, कहीं पहुँचने में देर हो जाना आदि।

13. जिस व्यक्ति का जितना अधिक IQ होता है, उसे उतने अधिक सपने आते हैं।

14. सपनों के ऊपर सबसे पहली किताब लगभग 6000 वर्ष पूर्व मिस्र में लिखी गई थी।

15. जागने के बाद ये कभी भी याद नहीं रहता कि सपना कहाँ से शुरू हुआ था।

16. सपनों में कुछ भी पढ़ना लगभग असंभव होता है, यहाँ तक कि सपने में दिख रही घड़ी में समय पढ़ना भी।

17. कई बार इंसान सपनों के दौरान लकवाग्रस्त हो जाता है। ऐसा REM (Rapid Eye Movement) Sleep के दौरान होता है, जिसे REM Atonia कहते हैं। इस दौरान इंसान अपना शरीर हिला नहीं पाता हैं ,ऐसा इसलिए होता है ताकि सोते समय सपनों पर प्रतिक्रिया न की जा सके। कई मामलों में यह स्थिति जागने के बाद भी 10 मिनट तक रहती है, जिसे Sleep Paralysis कहा जाता है। हालांकि, ये स्थिति काफ़ी भयावह महसूस हो सकती है , लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा होना पूरी तरह सामान्य है और यह कुछ ही मिनटों तक रहने वाली स्थिति है।

18. ऐसा कहा जाता है कि एक बार सपना टूट जाने के बाद उसे दोबारा नहीं देखा जा सकता , किंतु इसे पूर्णतः नहीं माना जा सकता है। यदि आप कोई अच्छा सपना देख रहे हों और किसी कारणवश आपकी नींद खुल जाये, तो यदि आप तुरंत दोबारा सो जाएं, तो इस बात की गुंजाइश बहुत अधिक है कि आप वह सपना वहाँ से फिर से देख लें, जहाँ वह टूटा था।

19. गर्भवती महिलाओं को दूसरों की तुलना में अधिक सपने आते हैं। ऐसा उनमें होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों के कारण होता है।

20. कई सपने ऐसे होते हैं, जिन्हें आप अपने हिसाब से कंट्रोल कर सकते है। ये सपने ‘Lucid Dream’ कहलाते हैं, जिनमें सपना देखते वक़्त आपको पता होता है कि आप सपना देख रहे हैं। हालांकि उस वक़्त आप सो रहे होते हैं। यह नींद की वह अवस्था होती है, जहाँ हमारा मष्तिष्क चेतना से अवचेतना की ओर बढ़ रहा होता है।

21. आपके पति या पत्नि आपको धोखा दे रहे है, यह उन सपनों में से एक है, जो आमतौर पर दुनिया में सबसे ज्यादा देखा जाता है।