नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद अडाणी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। 2014 में केंद्र की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी के आने बाद ऐसा असली जादू’ हुआ कि आठ वर्षों के भीतर उद्योगपति गौतम अडाणी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए यह दावा भी किया कि मौजूदा सरकार के दौरान नियम बदलकर हवाई अड्डों के ठेके अडाणी समूह को दिए गए। राहुल गांधी ने सवाल किया, अडाणी जी ने पिछले 20 साल में भाजपा को कितना पैसा दिया? चुनावी बॉन्ड में कितना पैसा दिया?’

सदन में राहुल गांधी के वक्तव्य के दौरान केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस नेता को लोकसभा में ‘तथ्यहीन आरोप’ नहीं लगाने चाहिए। राहुल गांधी ने दावा किया कि 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद जो अडाणी अमीरों की सूची में 609वें नंबर पर थे, वह आठ वर्षों में वह दूसरे स्थान पर आ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि नियम बदलकर अडाणी को छह हवाई अड्डे दिए गए। उन्होंने दावा किया कि जांच एजेंसी का दुरुपयोग करके मुंबई हवाई अड्डा अडाणी के हाथों में दे दिया गया।

इस पर हस्तक्षेप करते हुए रीजीजू ने कहा कि बिना तथ्य के आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है। अगर आरोप लगा रहे हैं तो दस्तावेज रखना पड़ेगा। सत्तापक्ष के सदस्यों की टोका-टोकी के बीच कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री और देश की सरकार की मदद से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का हजारों करोड़ रुपया अडाणी जी को मिलता है। उनका कहना था, हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कहा गया है कि अडाणी  की विदेश में शेल कंपनियां हैं। इन शेल कंपनियों से भारत में जो पैसा आ रहा है, वह किसका है?’’

राहुल गांधी ने कहा कि यह पता लगाना देश की सरकार की जिम्मेदारी है कि ये शेल कंपनियां किसकी हैं और जो पैसा आ रहा है वह किसका है?’’ उन्होंने यह भी तंज भी कसा किहार्वर्ड (अमेरिकी संस्थान) को अध्ययन करना चाहिए कि राजनीति और कारोबार का क्या रिश्ता होता है?’’राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि ‘अग्निपथ’ योजना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और गृह मंत्रालय द्वारा लाई गई है और इसे सेना पर थोपा गया है। उन्होंने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के अनुभव का उल्लेख किया और कहा कि उन्हें इस दौरान जनता की आवाज को बहुत गहराई से सुनने का मौका मिला।