मुंबई । चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना की कमान एकनाथ शिंदे के हाथों में सौपने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट को वास्तविक शिवसेना के रूप में मान्यता मिल गई है। आधिकारिक तौर पर पहली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मुंबई में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पार्टी का प्रमुख नेता घोषित किया गया।

महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा कि हम शिंदे को शिवसेना के नेता के रूप में स्वीकार करते हैं। मंत्री दादा भुसे को पार्टी की अनुशासन समिति का प्रमुख बनाया गया है, जबकि शंभूराज देसाई और संजय मोरे को सदस्य बनाया गया है। बैठक में सिद्धेश कदम को पार्टी सचिव नियुक्त करने का भी निर्णय लिया गया। शिवसेना में पार्टी प्रमुख और कार्यकारी अध्यक्ष का पद समाप्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी  के खिलाफ काम करने वालों को अनुशासन समिति का सामना करना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित करने , राज्य में स्थानीय लोगों को 80 प्रतिशत नौकरियां दिये जाने , वीरमाता अहिल्याबाई होल्कर, छत्रपति संभाजी राजे के नाम राष्ट्रीय नायकों की सूची में शामिल करने , मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिये जाने चाहिए तथा मुंबई में चर्चगेट स्टेशन का नाम चिंतामनराव देशमुख के नाम पर रखे जाने का प्रस्ताव पारित किया गया।