DEO SHIKSHAK

कोरबा/जांजगीर। अनुकम्पा नियुक्ति हासिल करने के लिए महिला द्वारा जो शपथ पत्र जमा किया गया, वह जांच में फर्जी साबित हुआ। यह मामला कोरबा जिले के जनपद पंचायत कटघोरा अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला गेवराबस्ती का है। यहां पदस्थ सहायक शिक्षिका (एलबी) राधा कश्यप के विरूद्ध उनकी अनुकंपा नियुक्ति के समय फर्जी शपथ पत्र देकर नौकरी प्राप्त करने की शिकायत की गई थी। विभागीय जांच में शिकायत सही पाये जाने एवं उच्च न्यायालय के निर्देश पर कार्यवाही करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा महिला सहायक शिक्षक को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

इस तरह पकड़ी गई गड़बड़ी

सहायक शिक्षिका के विरुद्ध शिकायत प्राप्त होने पर विभागीय जांच कराई गई थी। जांच प्रतिवेदन के अनुसार राधा कश्यप के द्वारा अनुकंपा नियुक्ति 2006 के समय प्रस्तुत शपथ पत्र में अपना नाम कुमारी राधा कश्यप, उम्र 36 वर्ष बताया गया था, जबकि उनके पुत्र चंद्रशेखर का विवाह 26 अप्रेल 2018 को संपन्न हुआ, उस वक्त चंद्रशेखर की बालिग उम्र कम से कम 21 वर्ष रही होगी। इस तरह वर्ष 2006 में नियुक्ति के समय शिक्षिका का अविवाहित होना एवं उम्र 36 वर्ष होने का दावा गलत निकला।

दस्तावेजों के आधार पर वह उस वक्त विवाहित थीं। जबकि राधा कश्यप के द्वारा 6 अप्रेल 2006 को दिए गए शपथ पत्र में कुमारी राधा कश्यप तथा उम्र 36 वर्ष अंकित किया गया था। माध्यमिक शिक्षा मण्डल भोपाल द्वारा जारी अंकसूची में शिक्षिका की जन्मतिथि वर्ष 1966 है। अंकसूची के अनुसार नियुक्ति तिथि पर आवेदिका की आयु 40 वर्ष से अधिक होती है। शिक्षिका ने अपने पुत्र की विवाह के संबंध में स्वीकारोक्ति अपने बयान में की थी।

उच्च न्यायलय में चल रहा था मामला

इस प्रकरण में शिकायतकर्ता ने उच्च न्यायालय में शिक्षिका के विरुद्ध कार्यवाही के लिए वाद दायर किया गया था। उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा उक्त प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके आधार पर जांच हुई और शिक्षिका को तत्काल सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।

जरा इस शिक्षक की हरकत देखिये…

स्कूल के कमरे में बच्चे बैठे हैं और शिक्षक अपने मुंह को रुमाल से ढांके दोनों टांगें टेबल पर रखकर सो रहा है। यह तस्वीर और इसकी वीडियो भी बनाई गई। यह मामला जांजगीर जिले के प्राथमिक शाला धाराशिव रोगदा का है जहां के सहायक शिक्षक (एल.बी) दिलेश्वर सिदार की शिकायत ग्रामीणों ने की थी।

नशे में बच्चों की करते हैं पिटाई

अपनी शिकायत में ग्रामीणों ने लिखा है कि दिलेश्वर सिदार रोज शराब पीकर स्कूल आते हैं, तथा बच्चों को पढ़ाते लिखाते भी नहीं है, वे शराब के नशे में बच्चों को पीटते हैं, जिसके चलते बच्चे डर से स्कूल नहीं जाते हैं, इससे स्कूल का माहौल बिगड़ रहा है। पालकों द्वारा कई बार स्कूल जाकर शिक्षक को समझाईश दिया जा चुका है, मगर शिक्षक सिदार द्वारा उलटे पालकों को ही जो करना है कर लो, कहा जाता है। वह कहता है कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

स्कूल से फिर चले जाते हैं शराब पीने

शिक्षक सिदार के बारे में ग्रामीण बताते हैं कि वे स्कूल 11:00 से 12:00 बजे के बीच में आते है और साइन करके 2:00 से 3:00 बजे के बीच में शराब पीने चले जाते हैं, जिसका शराब पीते हुए वीडियो क्लिप एवं शराब के नशे में कक्षा में सोते हुए फोटो है। उक्त शिक्षक दिलेश्वर सिदार की शिकायत कई बार उच्च अधिकारी से की जा चुकी है, मगर आज तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है।

जनदर्शन में शिकायत के बाद हुई जांच

दिलेश्वर प्रसाद सिदार के संबंध में कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी से जनदर्शन में शिकायत की गई थी। जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बीईओ नवागढ़ से शिकायत की जांच कराई गई। शिकायत की पुष्टि होने के बाद शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू
 पर