आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के अंकल वाईएस भास्कर रेड्डी को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। भास्कर रेड्डी को पूर्व सांसद विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। विवेकानंद रेड्डी आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के भाई और मौजूदा मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी के चाचा हैं।

सीबीआई भास्कर रेड्डी को हैदराबाद लेकर गई है, जहां उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। भास्कर रेड्डी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें कि भास्कर रेड्डी की गिरफ्तारी सुप्रीम कोर्ट के उस निर्देश के बाद हुई है, जिसमें कोर्ट ने सीबीआई को 30 अप्रैल तक मामले की जांच पूरी करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद ही सीबीआई ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम गठित की गई।

बता दें कि विवेकानंद रेड्डी का शव पुलिवेंदु स्थित उनके घर पर पाया गया था। उनकी हत्या प्रदेश के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुई थी। इस मामले की शुरुआती तौर पर एसआईटी जांच कर रही थी, लेकिन बाद में जुलाई 2020 में इस केस को सीबीआई को सौंप दिया गया था।

घर में घुसकर अज्ञात ने की थी हत्या
एसआईटी ने पहले इस मामले की जांच की और जुलाई 2020 में इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी। सीबीआई की चार्जशीट के अनुसार, विवेकानंद रेड्डी, काडप्पा लोकसभा सीट से अपने या जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला या जगन की मां वाईएस विजयम्मा के लिए टिकट मांग रहे थे। जांच में पता चला कि 68 वर्षीय विवेकानंद रेड्डी के घर में किसी अज्ञात व्यक्ति ने घुसकर उनकी हत्या की थी। घटना के वक्त पूर्व सांसद अपने घर में अकेले थे। एसआईटी ने पहले इस मामले की जांच की और जुलाई 2020 में इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी।

विवेकानंद रेड्डी की लोकसभा सीट कडापा से वाईएस अविनाश रेड्डी सांसद हैं, जो कि भास्कर रेड्डी के बेटे हैं। सीबीआई ने भास्कर रेड्डी को उनके पुलिवेंदुला इलाके में स्थित आवास से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही भास्कर रेड्डी के समर्थक भारी संख्या में उनके आवास पहुंच गए हैं।

बता दें कि पिछले 48 घंटों में सीबीआई ने इस मामले में दूसरी गिरफ्तारी की है। इससे पहले कडप्पा सांसद वाईएस अविनाश रेड्डी को भी सीबीआई ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। आज सुबह सीबीआई की टीम वाईएस भास्कर रेड्डी के घर पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया। इसके बाद परिवार वालों को गिरफ्तारी का ज्ञापन सौंपा गया। भास्कर रेड्डी की गिरफ्तारी के बाद बड़ी संख्या में संख्या में उनके समर्थक घर के बाहर जमा हो गए। अहम बात है कि सीबीआई की टीम भास्कर रेड्डी से इस मामले में पहले भी कई बार पूछताछ कर चुकी है।

जानकारी के अनुसार अविनाश रेड्डी और भास्कर रेड्डी इस बात से खुश नहीं थे कि भास्कर रेड्डी ने अविनाश रेड्डी को उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध किया था। सीबीआई का दावा है कि हत्या को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने 40 करोड़ रुपए की पेशकश की थी। पिछले साल इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ने हैदराबाद सीबीआई कोर्ट भेज दिया था।

विवेकानंद रेड्डी की बेटी सुनीता रेड्डी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच की मांग की थी और किसी करीबी पर हत्या का शक जताया था। बीते साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट ने यह मामला हैदराबाद ट्रांसफर कर दिया था क्योंकि सुनीता रेड्डी ने याचिका दायर कर आशंका जताई थी कि आंध्र प्रदेश में मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हो पाएगी।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू
 पर