रायपुर : छत्तीसगढ़ में हुए बेमौसम बरसात ने किसानों की मुश्किल बढ़ा दी है। बारिश के कारण सैकड़ों एकड़ धान और सब्जियों की फसल खराब हो गई है। खड़ी फसल के धान खेतो में लेट गई है। वहीं प्रदेश में धान कि किसानी तो होती ही है पर कद्दू,लौकी,खीरा,ककड़ी,टमाटर के साथ-साथ तरबूज-खरबूज कि भी फसल बड़े पैमाने पर की जाती है। जो बरसात की वजह से खराब हो गई है और किसानों को भारी नुकसान हुआ है। बेमौसम बारिश के बाद राजस्व उद्यानिकी विभाग ने रिपोर्ट मंगाई है। वहीं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर किसानों को मुआवजा देने कि मांग की है।

बता दें कि राज्य में बड़ी संख्या में किसान धान की दूसरी फसल लेते हैं। साथ ही नदियों में खेती करने वाले परंपरागत किसानों की संख्या काफी अधिक है। इस सीजन में टमाटर,बैंगन,लौकी,खीरा,ककड़ी,तरबूज-खरबूज की फसल लगाई जाती है। वही बड़े पैमाने पर की जाती है परंपरागत किसानों के अलावा आधुनिक खेती करने वाले किसान भी शामिल है। अप्रैल और मई में आंधी बारिश और ओले गिरने के कारण फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है।

इस स्थिति के मद्देनजर राजस्व सचिव नीलम नामदेव एक्का ने सभी जिलों से डिटेल रिपोर्ट मंगाई गई है। इस रिपोर्ट के आधार पर किसानों को जो भी नुकसान हुआ होगा उसकी क्षतिपूर्ति दी जाएगी। दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भी किसानों को हुए नुकसान पर चिंता जताते हुए सीएम से तुरंत मुआवजा देने की मांग की है।