रायपुर: राजधानी रायपुर की सड़को में अब जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। दिन-ब-दिन इलेक्ट्रिक व्हीकल की संख्या में इजाफा हो रहा है। लोगो के सुविधाओं में बढ़ोतरी करने और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर ये निर्णय लिया गया है। शुरुआत में 10 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी। इसके बाद और बसें खरीदने का निर्णय लिया जाएगा। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत, इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा देने के लिए 10 ई बसें खरीदी जाएंगी। इसका टेंडर भी जारी कर दिया गया है।

5 चार्जिंग प्वाइंट भी बनेंगे
शहर के पांच स्थानों पर चार्जिंग प्वाइंट बनाने की भी तैयारी है। इसके लिए टेंडर जारी किया जा चुका है, जिसके लिए तीन कंपनियों ने रुचि दिखाई है। चार्जिंग प्वाइंट बनाने के लिए भी जगह चिन्हांकित कर ली गई है। निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद, जिसे चुना जाएगा, उसे तीन महीने की समय सीमा के भीतर बसें उपलब्ध करानी होंगी। ये बसें वाहन प्रदूषण के स्तर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इसके अलावा, इस कदम से डीजल पर हो रहे भारी खर्च को रोकने में मदद मिलेगी। बसें पूरी तरह से बिजली से चलेंगी, जिससे शोर और प्रदूषण छुटकारा मिलेगा। जैसे-जैसे इलेक्ट्रिक बसें सफल होंगी और बजट की उपलब्धता के अनुसार सभी डीजल बसों को बदल दिया जाएगा।

डेढ़ लाख तक खर्च पचास हजार फायदा
निगम को एक सिटी बस के संचालन से महज पांच हजार रुपये ही मिल रहे हैं, डेढ़ लाख रुपये हर माह खर्च करना पड़ रहा है। इसके साथ ही इन बसों से शहर में प्रदूषण भी फैल रहा है। इसलिए निगम ने राजधानी में इलेक्ट्रिक बस चलाने का निर्णय लिया है। इलेक्ट्रिक बस एक बार चार्ज करने पर 200 किमी का सफर तय करेगी। निगम को सिटी बस की तुलना में इलेक्ट्रिक बस से एक माह में डेढ़ लाख का राजस्व प्राप्त होगा। एक इलेक्ट्रिक बस को चार्ज करने में 50 हजार एक महीने का बिजली बिल आएगा। वहीं 50 हजार ड्राइवर और बस की मरम्मत पर खर्च होगा। इन्हें काटकर निगम को हर माह 50 हजार रुपये की बचत हो सकती है।