नई दिल्ली : भारत के कई महानगरों में आबादी काफी तेजी से बढ़ रही है। भीड़ के कारण बड़े शहर के लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार 8 नए शहरों को विकसति करने की योजना बना रही है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि देश में मौजूदा अर्बन सेंटर्स पर आबादी का बोझ काफी बढ़ गया है, लिहाजा इसके लिए 8 नए शहरों को विकसित करने पर विचार किया जा रहा है।

केंद्रीय शहरी एवं आवास विभाग के जी20 यूनिट के डायरेक्टर एमबी सिंह ने कहा कि 15वें वित्त आयोग ने अपनी रिपोर्ट में प्रस्ताव दिया है कि नए शहरों को तैयार किया जाना चाहिए। वित्त आयोग की प्रस्ताव के बाद राज्यों ने केंद्र को 26 शहरों का प्रस्ताव भेजा है, इनकी समीक्षा के बाद 8 नए शहरों को विकसित किए जाने पर विचार किया जा रहा है। आने वाले समय में सरकरा इन 8 नए शहरों के नाम का ऐलान करेगी, जिन्हें विकसित किया जाएगा। जब इन शहरों को विकसित किया जाएगा तो यहां सामाजिक, आर्थिक गतिविधियां काफी तेजी हो जाएंगी।

तकरीबन 200 किलोमीटर के दायरे में तमाम गतिविधियों को नई रफ्तार मिलेगी। हालांकि अभी इन शहरों को लेकर वित्तीय रोडमैप तैयार नहीं किया गया है। इन शहरों को बसाने में क्या खर्च आएगा, इसकी योजना क्या होगी, इसको लेकर सरकार की ओर से अभी फैसला नहीं लिया गया है। एमबी सिंह ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में केंद्र सरकार की बड़ी भूमिका होगी। गौर करने वाली बात है कि बेंगलुरू, कोलकाता, मुंबई, कोलकाता, सूरत, वडोदरा, भोपाल, गाजियाबाद, दिल्ली, हैदराबाद, अहमदाबाद, चेन्नई, पुणे में आबादी काफी ज्यादा बढ़ गई है। ऐसे में इन शहरों पर पड़ रहे बोझ को आने वाले समय में कम किया जा सकता है। हालांकि देखने वाली बात यह है कि केंद्र किन 8 शहरों को इसके लिए चुन