
विशेष संवादाता
रायपुर। एक कहावत है इसकी टोपी, उसके सिर… कांग्रेस सेवादल का इस कहावत से वैसा सरोकार नहीं जैसा इस कहावत को उपयोग में लाया जाता है। लेकिन इस तरह का एक नज़ारा आज नादानी में कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष अरुण ताम्रकार से हो गया। मामला आज 8 जून को दुर्ग संभाग कांग्रेस का संभागीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान का है।
दरअसल कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष सिर्फ गांधी 2 टोपी लेकर पहुंचे थे। सेवादल अध्यक्ष अरुण ताम्रकार को टोपी पहनने का रस्म-रिवाज़ करना था। उन्होंने पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के साथ साथ पहुंची प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा को हड़बड़ी में सेवादल अध्यक्ष ने टोपी पहना दिया। बता दें कि नियमों के मुताबिक कांग्रेस सेवादल में महिला सदस्य हो या पदाधिकारी उन्हें टोपी पहनना या पहनना अनिवार्य नहीं है। फिर टोपी पहनाने की उम्मीद लिए और भी मंत्री-विधायक और पदाधिकारी मौके पर मौजूद थे लेकिन सिर्फ 2 ही टोपी लाये जाने से पार्टी में कानाफूसी शुरू हो गई थी।

बता दें कि मात्र दो गांधी टोपी लेकर पहुंचे सेवादल अध्यक्ष एक पीसीसी चीफ के लिए तो दूसरी मुख्यमंत्री को पहनने की तैयारी में थे। लेकिन कार्यक्रम स्थल में CM भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत आधा घंटे लेट से पहुंचे। जबकि मोहन मरकाम और सेलजा पहले पहुँच गए थे। मोहन मरकाम सेलजा ने छत्तीसगढ महतारी की फोटो पर माला पहनाकर दीप जलाकर उद्घाटन कर लिया था तब 1 बजे के करीब CM और SPEKAR पहुंचे। ऐसे में सेवादल अध्यक्ष ने मरकाम और सेलजा दोनों को सेवादल की गांधी टोपी पहनाये। सैलजा महिला पदाधिकारी होने के नाते टोपी उतार दीं और मरकाम पुरे कार्यक्रमभर में टोपी पहने रहे। मंच पर एकमात्र टोपी पहने मोहन मरकाम सभी का ध्यान आकर्षित करते रहे। इधर कांग्रेस के अन्य नेता सेवादल अध्यक्ष अरुण ताम्रकार द्वारा की गई भूल पर गाल बजाते रहे।

बता दें अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत राष्ट्रीय सचिव चंदन यादव राष्ट्रीय सचिव विजय जांगिड़ के अलावा मंत्री-विधायक जिला कांग्रेस के पदाधिकारी और प्रदेश कांग्रेस के कार्य करती कार्यकारी के सदस्यों ने दुर्ग संभाग कांग्रेस का संभागीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए।