नई दिल्ली : चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय अभी से अपना असर दिखा रहा है। मुंबई से लेकर केरल के तट तक समंदर में तूफानी लहरें उठ रही हैं। तूफान बिपारजॉय से निपटने की तैयारियां जारी है। सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। गुजरात में तटीय इलाके से एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। बिपरजॉय को लेकर गुजरात सरकार ने सभी जिलों में नियंत्रण कक्ष किए स्थापित किए हैं। लोगों की मदद के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1077 जारी किया गया है। इस बीच मौसम विभाग ने बाढ़ की चेतावनी दी है। तूफान कि वजह से कई ट्रेन रद्द कर दिया यही। वही कई जगह बिजली की समस्या भी हो सकती है।

बता दें कि चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय भारत की ओर बढ़ रहा है और 15 जून तक इसके पहुंचने का अनुमान है। गुजरात और महाराष्ट्र में तूफान अपना सबसे ज्यादा रौद्र रूप दिखाएगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इसे बेहद गंभीर चक्रवातीय तूफान की कैटेगरी में घोषित करते हुए अलर्ट जारी किया है। मछुआरों को समुद्र में जाने से रोक दिया गया है। गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर और मोरबी जिलों में तूफान का सबसे ज्यादा असर होने की आशंका के चलते निचले इलाकों से लोगों को निकाला गया है।

Cyclone Biparjoy से निपटने की तैयारी, NDRF की 18 टीमें तैनात
गुजरात में चक्रवात बिपारजॉय से निपटने के लिए एनडीआरएफ की कई टीमें ग्राउंड पर तैनात की गई हैं। तूफान का सबसे ज्यादा असर कच्छ, राजकोट, द्वारका में दिख सकता है। कच्छ में चार, राजकोट और द्वारका में 3-3 टीमें तैनात की गई हैं। इनके अलावा जामनगर में दो, पोरबंदर, सोमनाथ, मोरबी, वलसाड और जूनागढ़ में 1-1 टीमें तैनात की गई हैं। गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में कुल 18 टीमें तैनात की गई हैं। कुछ टीमें रिजर्व में भी रखी गई हैं। द्वारका जिले में 400 से ज्यादा राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपल ने बताया कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है. उन्हें राहत केंद्रों में भेजा गया है।

अभी कहां है तूफान

आईएमडी के मुताबिक, तूफान बिपरजॉय इस समय गुजरात के जखाऊ बंदरगाह से लगभग 290 किमी दक्षिण-पश्चिम में पूर्वोत्तर अरब सागर पर केंद्रित है।
तूफान देवभूमि द्वारका से 300 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम, नलिया से 310 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम, पोरबंदर से 350 किमी पश्चिम में बना हुआ है।
बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और कराची के बीच से होते हुए 15 जून की शाम को सौराष्ट्र और कच्छ को पार करने की संभावना है।

बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने चक्रवात के चलते बुधवार (14 जून) को गुजरात के तटीय क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने का अनुमान जताया है।
15 जून को कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।