Cyclone Biparjoy : गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय धीरे-धीरे गुरजात के करीब पहुंच रहा है। कई इलाकों में इसका असर दिखाई देने लगा है। द्वारका में भी तूफान के चलते भारी बारिश होने की आशंका है। वहीं बिपरजॉय तूफान के खतरे को देखते हुए मंबई के जुहू बीच बीच पर लाइफ गार्ड तैनात किए गए हैं। यहां हाई टाइड का खता मंडरा रहा है। तूफान कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह पर लैंडफॉल करेगा। अनुमान है कि गुरुवार की शाम जब तूफान तट से टकराएगा तब उसकी स्पीड 125 से लेकर 150 किलोमीटर तक होगी। कच्छ में लैंडफॉल शाम 4 से 5 बजे के बीच हो सकता है। मौसम विभाग ने इससे भारी तबाही की चेतावनी दी है। कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

#WATCH | High tide and strong winds witnessed at Mandvi as 'Biparjoy' approaches Gujarat coast to make landfall today evening. pic.twitter.com/wdzlQqxefD
— ANI (@ANI) June 15, 2023
चक्रवात बिपारजॉय के जखाऊ बंदरगाह के पास कच्छ, गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची के बीच पार करने का अनुमान है। संभावित नुकसान को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार के साथ-साथ प्रशासन भी मुस्तैदी से राहत और बचाव कार्य की तैयारी में जुटा हुआ है।
प्रशासन की तैयारी पूरी
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) सहित आपदा प्रतिक्रिया दल, चक्रवात के बाद सहायता प्रदान करने के लिए स्टैंडबाय पर हैं। सेना ने नागरिक प्रशासन और एनडीआरएफ अधिकारियों के साथ समन्वय में काम करते हुए बाढ़ राहत टीम भी तैनात किए हैं। चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए, एनडीआरएफ की 17 और एसडीआरएफ की 12 टीमों को देवभूमि द्वारका, राजकोट, जामनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, मोरबी और वलसाड के प्रभावित जिलों में तैनात किया गया है।
#WATCH | Maharashtra: Visuals from Marine Lines in Mumbai as #CycloneBiparjoy is excepted to make landfall in Gujarat. High tide is expected in Mumbai at 10.29 am. pic.twitter.com/drYQP8HOQm
— ANI (@ANI) June 15, 2023
राष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में भारी नुकसान की आशंका
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के तटीय भागों में तेज हवाओं के साथ अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कच्छ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जहां भारी बारिश की उम्मीद है।
इसके लैंडफॉल के बाद, चक्रवात बिपारजॉय के कमजोर पड़ने और उत्तर पूर्व की ओर अत्यधिक दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ने की संभावना है। आईएमडी निदेशक मनोरमा मोहंती के अनुसार 15-17 जून तक उत्तरी गुजरात में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
74,000 से अधिक लोगों को किया गया शिफ्ट
कच्छ जिले में गुरुवार को जखाऊ बंदरगाह के पास चक्रवात ‘बिपारजॉय’ की संभावित दस्तक से पहले राज्य प्रशासन ने तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर स्थानांतरित कर दिया है और बचाव एवं राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है।
गुजरात सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है। विज्ञप्ति के अनुसार, अकेले कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को, जबकि जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर जिले में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
इस बीच, एक अन्य विज्ञप्ति में कहा गया है कि गुजरात के दो सबसे प्रसिद्ध मंदिर – देवभूमि द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर और गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर- गुरुवार को श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे।
#WATCH | Maharashtra: Rough seas at Gateway of India as #CycloneBiparjoy is excepted to make landfall in Gujarat. High tide is expected in Mumbai at 10.29 am. pic.twitter.com/94JLND5Awr
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