
टीआरपी डेस्क
नई दिल्ली। सांसद राजीव शुक्ला ने वित्त सलाहकार समिति के सामने बस्तर के किसानों के समस्या की पैरवी की। उन्होंने समिति को एक रिपोर्ट का हवाला दिया और कहा कि कोरोनाकाल में किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत हजारों किसानों को इस योजना से जुड़े नियमों की जानकारी नहीं थी। जिसके चलते उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के करीब 7000 किसानों ने इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया।
छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने बस्तर के किसानों के समस्या को उठाया है। उन्होंने किसान सम्मान निधि योजना में हुई गड़बड़ी के बाद केंद्र सरकार के द्वारा किसानों को दिए गए नोटिस का विरोध किया है। ये नोटिस करीब 7 हजार अपात्र किसानों को भेजा गया है। जिसमें उनके बैंक खातों में केंद्र के भेजे गए करोड़ों रुपए को केंद्र सरकार को वापस लौटने की बात कही है।
शुक्ला ने बताया कि इन आवेदनों को स्वीकृति भी मिल गई। जिसके बाद किसानों के बैंक खातों में कई किश्तों में करोड़ों रुपए ट्रांसफर किये गए। अब जब इन खातों की जांच की गई तो ये सभी किसान योजना के लिए अपात्र साबित हो गए। जिसके बाद केंद्रीय अधिकारियों ने इन पैसों की वसूली के लिए इन्हें नोटिस थमा दिया। सांसद शुक्ला ने वित्त मंत्री और समिति की अध्यक्ष निर्मला सीतारमण के सामने किसानों के इस मुद्दे को उठाया तो फिलहाल सीतारमण ने इस पर विस्तार से जांच करवाने का आश्वासन दिया है।