असम। असम का अधिकतर इलाका बाढ़ से जूझ रहा है। इसके चलते पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इंसानों के साथ मवेशियों की जिंदगी भी दांव पर लगी है। राज्य के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश होने से नए इलाके भी जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, बाढ़ से 10 जिलों में करीब 1.2 लाख लोग प्रभावित हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। अगले कुछ दिनों तक असम के कई जिलों में ‘अत्यंत भारी’ से ‘अत्यधिक भारी’ बारिश का अनुमान जताया है। वहीं, गुवाहाटी में आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम केंद्र (आरएमसी) ने गुरुवार और शुक्रवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ भी जारी किया है। असम के नलबाड़ी के मोइरारंगा गांव में लगातार बारिश के कारण घर पानी में बह गया है।
14 राहत शिविरों में लोगों ने ली शरण
वहीं, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार बक्सा, बारपेटा, दरांग, धेमाजी, धुबरी, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, सोनितपुर और उदलगुरी जिले में बाढ़ के कारण 1,19,800 लोग प्रभावित हैं। नलबाड़ी बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित है और लगभग 45,000 लोग इससे जूझ रहे हैं। इसके बाद बक्सा में 26,500 और लखीमपुर में 25,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने पांच जिलों में 14 राहत शिविर बनाए हैं। यहां 2,091 लोगों ने शरण ली है और पांच जिलों में 17 राहत वितरण केंद्र चलाए जा रहे हैं।
1,280 लोगों को सुरक्षित बचाया गया
सेना, अर्द्धसैनिक बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), अग्निशमन और आपातकालीन सेवा (एफ एंड ईएस), नागरिक प्रशासन, गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) और स्थानीय लोगों ने विभिन्न स्थानों से 1,280 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। एनडीआरएफ की टीमें बक्सा जिले के बाढ़ प्रभावित तामुलपुर इलाके में बचाव अभियान में लगी हुई हैं।
780 गांव डूबे
एएसडीएमए बुलेटिन के अनुसार, वर्तमान में करीब 780 गांव डूब गए हैं। पूरे असम में 10,591.85 हेक्टेयर खेत क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा बक्सा, बारपेटा, सोनितपुर, धुबरी, डिब्रूगढ़, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, दक्षिण सलमारा और उदलगुरी में व्यापक भूमिकटाव देखा गया है। वहीं, दीमा हसाओ और कामरूप मेट्रोपोलिटन में कई स्थानों से भूस्खलन और भारी बारिश की सूचना है। इतना ही नहीं, कई गांवों की हालत बहुत ही बुरी हो गई है। बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, सोनितपुर, बोंगाईगांव, दरांग, चिरांग, धुबरी, गोलपारा, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, उदलगुरी, धेमाजी और माजुली में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बारपेटा, दरांग, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, कोकराझार और नलबाड़ी जिलों में कई स्थानों पर शहरी इलाके जलमग्न हो गए। एएसडीएमए की रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदी बेकी तीन स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।